स्वतंत्र समय, टिमरनी
भाजपा प्रत्याशी संजय शाह ने आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा भतीजा कांग्रेस का प्रत्याशी है और वही मुझे नकली आदिवासी और नकली बीज की पैदाइश होने की बात करता है मेरे ही डीएनए टेस्ट की बात करते हैं तो वह कौन सा असली आदिवासी होगा और उसका कौन सा डीएनए अलग है जब एक ही परिवार के लोग हैं तो डीएनए कहां से अलग हो गया। और मेरे बीच को मेरे खानदान बाप दादाओं को ललकारा जा रहा है क्या उसका बीज ऐसा होगा गाजर घास की तरह जो जगह-जगह गाजर घास की तरह उग रहा है मुझे बड़े ही तकलीफ के साथ कहना पड़ रहा है की बदकिस्मती से यह कांग्रेस का प्रत्याशी मेरा भतीजा कैसे हो गया इसमें दिमाग ही नहीं है वही कांग्रेस के प्रत्याशी अभिजीत शाह पर खुले मंच से गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का प्रत्याशी डिफाल्टर की स्थिति में है लोगों से उधार पैसे लेकर चुनाव लड़ रहा है उसकी स्थिति इतनी खराब है कि लोग उसे उधार भी नहीं दे पा रहे हैं और जो उधार पैसे दे रहे हैं उनको अपना पैसा कभी वापस नहीं मिलेगा क्योंकि जिस प्रकार बैंक से ऋण लेने पर ऋण नहीं चुका जाने पर व्यक्ति डिफाल्टर हो जाता है उसी प्रकार कांग्रेस का प्रत्याशी अभिजीत शाह डिफाल्टर है उधार लेकर कब तक चुनाव लड़ेगा ओर जिन लोगो ने उसे पैसे उधार दिए हैं वो अब भूल जाये कि उनको दिये पैसे कभी वापस मिलेंगे। वहीं भाजपा ने जनसंपर्क कर रैली निकली और आम सभा को संबोधित किया इस दौरान लगभग 1000 से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी नजर आए।
चाचा-भतीजे ने चुनावी मैदान में उतारे एक दूसरे के कपड़े
भाजपा से 15 साल विधायक रहे चाचा संजय शाह द्वारा आम सभाओं को संबोधित करते हुए अपने ही भतीजे कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत शाह पर जमकर अशब्दो के साथ बरस पड़े और जनता के बीच में चुनावी लड़ाई को आपसी लड़ाई एवं घर तथा खानदान तक पहुंचा दिया तो वही कांग्रेस प्रत्याशी भतीजा अभिजीत शाह भी कुछ काम नहीं थे उन्होंने भी अपने चाचा संजय शाह पर जगह-जगह आम सभाओं को संबोधन में जमकर बरसे ओर भरी सभाओं में अपने चाचा संजय शाह को नंगा कर डाला। चाचा भतीजे द्वारा चुनावी बातों और चुनावी मुद्दों तथा विकास के मुद्दों को छोडक़र सिर्फ एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए अपने ही बाप दादाओं के खून तथा डीएनए टेस्ट करने और नकली तथा असली आदिवासी होने तक के आरोप लगा दिए गए जो की जनता के बीच में एक चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर यह चाचा भतीजे एक दूसरे पर कीचड उछालते हुए जनता के बीच क्या संदेश देना चाहते हैं।
भाजपा प्रत्याशी का ग्रामीण क्षेत्रों में है जमकर विरोध
विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा प्रत्याशी संजय शाह विधानसभा के विभिन्न गांव में जनसंपर्क के लिए निकले लेकिन कुछ गांव में भाजपा प्रत्याशी के प्रति ग्रामीणों द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर विरोध किया गया तो वहीं वनांचल क्षेत्र की स्थिति साफ है कि 15 साल विधायक रहे संजय शाह द्वारा आदिवासी वनांचल क्षेत्र में ना तो कभी गए हैं और ना ही कोई विकास किया है बात तो यह आती है कि 15 साल विधायक रहने के बावजूद भी आज भी वनांचल क्षेत्र की जनता उन्हें पसंद नहीं करती है।