स्वतंत्र समय, सतना
विगत दिनों सतना स्टार की टीम चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक गांवों का भ्रमण किया गया। चित्रकूट विधानसभा के उन क्षेत्रों का भ्रमण किया गया जहां कांग्रेस व नीलांशु का गढ माना जाता है। बरौंधा, मुडिय़ा देव, पडऱी, नकैला, मोहनी सहित कई अन्य गांवों में आम जनता ने चर्चा के दौरान बताया कि पिछले पंाच वर्षो में नीलांशु विधायक बनने के बाद हम लोगों के क्षेत्र में झांकने नहीं आये है।
अब जब चुनाव नजदीक आ गया तो भागवत कथा कराकर आम जनता को पूड़ी सब्जी खिलाकर खुश करने का नाटक कर रहे हैं। यानि शक्कर और डालडा बांटने वाले उम्मीदवारों के ा सबक सिखाने के मूड में है क्षेत्र की आम जनता। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि पिछले पांच वर्षो में लगातार क्षेत्रीय विधायक क्षेत्र से नदारद रहे। अगर हम लोग काम के लिए जाते थे तो विधायक जी कहते थे कि हमारी सरकार नहीं है इसलिए हम लोगों की सुनवाई नहीं होती है। वहंीं आम जनता के बीच चर्चा का विषय रहा कि जैसे ही भागवत कथा शुरू हुई तो तुरंत बरौंधा का ट्रान्सफार्मर बन गया। इसके पहले क्षेत्र की जनता कई बार विधायक के पास ट्रान्सफार्मर बनवाने के लिए गई लेकिन विधायक ने ध्यान नहीं दिया। चित्रकूट विधानसभा में भाजपा से सुरेन्द्र सिंह गहरवार, कांग्रेस से नीलांशु चतुर्वेदी तो बसपा से सुभाष शर्मा डोली मैदान में हैं। इन तीनों प्रत्याशियों का खेल संजय सिंह और दीपक त्रिपाठी जैसे मजबूत जनाधार वाले नेता बिगाड़ सकते हैं।
संजय सिंह के विरोध के बाद टेंशन में नीलांशु
बरौंध क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन इसबार नीलांशु का इसी क्षेत्र में जमकर विरोध है। उसका सबसे बड़ा कारण संजय सिंह है। संजय सिंह द्वारा नीलांशु का खुलकर विरोध किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो विगत कुछ महीनों से नीलांशु और संंजय सिंह के बीच अच्छे संबंध नहीं चल रहे हैं। जिसके चलते नीलांशु चतुर्वेदी टेंशन में आ गये हैं। अगर आगामी दिनों में संजय सिंह कछवाह के द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी का विरोध किया गया तो नीलांशु चतुर्वेदी की राह आसान नहीं होने वाली है।