चुनाव में भितरघात करने वालों को भाजपा दिखाएगी बाहर का रास्ता

स्वतंत्र समय, भोपाल

भाजपा उन भीतरघातियों की सूची तैयार कर रही है, जिन्होंने समझाने और चेतावनी देने के बावजूद पार्टी के विरोध मे काम किया है। ऐसे लोगों को पार्टी बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रही है। सभी अध्यक्ष और भाजपा प्रत्याशियों से कहा गया है कि उनके क्षेत्र में जिन लोगों ने पार्टी के विरोध में जाकर काम किया है, उनकी सूची जल्द से जल्द तैयार कर मतगणना के पहले भेजें।
भाजपा ने बागी होकर चुनाव लडऩे वाले इंदौर संभाग के खंडवा से हर्षसिंह चौहान को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया है। कांग्रेस भी इसी तरह से इस बार सख्ती कर चुकी है, लेकिन भाजपा में कुछ ऐसे नेता भी रहे, जिन्होंने चेतावनी देने के बावजूद पार्टी विरोधी गतिविधियों में भाग लिया और प्रत्याशी के लिए या तो प्रचार नहीं किया या फिर उनके विरू्द्ध चोरी-छिपे काम किया। ऐसे नेताओं की सूची प्रदेश संगठन ने तैयार करने को कहा है। भोपाल में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा के प्रत्याशियों और जिला तथा नगर अध्यक्षों से कहा है कि ऐसे नेताओं की सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके। सूत्रों का कहना है कि कुछ नेताओं को चेतावनी देकर छोड़ा जा सकता है तो जिन्होंने पार्टी के प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाया है, उन्हें बाहर भी किया जा सकता है। पार्टी 6 साल के लिए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकती है। वैसे निगम चुनाव में भी पार्टी ने कुछ नेताओं को बाहर किया था, लेकिन इस चुनाव में उन्हें वापस ले लिया गया। चूंकि अभी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे चुनाव प्रचार में तेलंगाना गए हुए हैं, इसलिए उनके 28 नवम्बर के आने के बाद ही सूची फाइनल करके भोपाल भेजी जाएगी, वहीं ग्रामीण क्षेत्र की सूची बनाने का काम चल रहा है।

जिलाध्यक्ष बताएंगे नाम

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक नरेन्द्र सिंह तोमर और संगठन महामंत्री वी डी शर्मा ने वर्चुअल सभी जिलों के अध्यक्षों से मतदान को लेकर चर्चा की थी। इस चर्चा का मुख्य मकसद तो मतगणना की तैयारियों को लेकर बात करना था पर इस दौरान कई जिलाध्यक्षों ने कुछ विधानसभा क्षेत्रों में नेताओं द्वारा सेबोटेज किए जाने की थी शिकायत की। जिलाध्यक्षों का कहना था कि उनके कहने के बाद भी कई नेता अपने विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय नहीं हुए और अपने समर्थकों के साथ दूसरे क्षेत्रों में जाकर चुनाव प्रचार करते रहे। इसी तरह कई नेताओं के चुनाव में जानबूझकर घर से न निकलने की बात सामने आई। जिलाध्यक्षों ने यह भी कहा कि पार्टी के ही कई नेता अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस या अन्य दल के प्रत्याशी की मदद करते नजर आए। मालवा, महाकौशल, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल अंचल से लगभग इसी तरह की शिकायतें जिलाध्यक्षों से बातचीत में सामने आई। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा ने जिलाध्यक्षों से ऐसे नेताओं की सूची भेजने के लिए कहा गया। इस दौरान जिलाध्यक्षों से यह भी कहा गया कि वे जिनकी शिकायत कर रहे हैं उसके पुख्ता प्रमाण भी पार्टी को भेजें।

सामूहिक मत से तय होंगे भितरघाती

पार्टी नेताओं ने जिलाध्यक्षों के कहा कि केवल व्यक्तिगत द्वेष या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण किसी का नाम नहीं भेजा जाना चाहिए। आला नेताओं ने कहा कि हमें पार्टी में अनुशासन हर हाल में रखना है पर पार्टी भी चलानी है। लिहाजा नाम भेजने में पूरी ईमानदारी बरतना होगी। भितरघात करने वाले जिस कार्यकर्ता के नाम पर जिले के दस नेताओं का मत एक जैसा होगा, उस पर कार्यवाही की जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सीएम शिवराज सिंह ने विधानसभा का चुनाव लड़ रहे सभी 230 प्रत्याशियों से भी फोन पर चर्चा की है।
इस दौरान उन्होंने प्रत्याशी से मतदान का ट्रेंड जाना और हार जीत की संभावना को लेकर भी बात की। इस दौरान पार्टी नेताओं से प्रत्याशियों से सेबोटेज की भी जानकारी ली। प्रत्याशियों से कहा गया है कि उन्हें जिन नेताओं पर भितरघात का शक है उनके नाम संगठन को भेजे।
संगठन तस्दीक कराने के बाद ऐसे नेताओं पर कार्यवाही की जाएगी। भितरघातियों पर कार्यवाही कर भाजपा लोकसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को संदेश देना चाहती है कि पार्टी का साथ ने देने वालों और उसके साथ दगा करने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। हालांकि यह भी किया गया है कि जो नेता घर में बैठे रहे उन्हें सिर्फ कारण बताओ नोटिस ही दिया जाएगा पर दूसरे दलों का गुप्त रूप से काम करने वाले नेताओं को बाहर का दरवाजा दिखाया जाएगा। सीएम और संगठन नेताओं ने जिलाध्यक्षों से कहा कि मतगणना की पूरी तैयारियां कर ले और पहले से प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की ही मतगणना केन्द्र पर ड्यूटी लगाएं। इसके लिए भाजपा प्रशिक्षण का एक दौर जिलास्तर पर चला चुकी है। जिलाध्यक्षों से कहा गया है कि हर टेबल पर एक या दो कार्यकर्ता तैनात रहेंगे वे एक मतगणना पर पूरी नजर रखेंगे। जब तक मतगणना पूरी न हो जाए तब तक वहां से न उठे। भाजपा मतगणना के लिए सेक्टर बना रही है। एक सेक्टर चार से पांच बूथों को मिलाकर बनाया जाएगा। इसका एक प्रभारी बनाया जाएगा जो अपनी टीम के साथ काम करेगा। सेक्टर बनाने का काम प्रदेश कार्यालय में चल रहा है।