जानें यूनानी साम्राज्य के सिकंदर महान की अद्भुत कहानी, एक महान सेनापति – सम्राट के रूप में किए जाते हैं याद

सिकंदर महान, जिन्हें शाहेंशाह सिकंदर भी कहा जाता है, प्राचीन यूनानी साम्राज्य के एक प्रमुख सेनापति और सम्राट थे। उन्होंने यूनान के सीमाओं को बाहर किया और एक बड़े आक्रमणकारी और शासक के रूप में अपना चिन्ह छोड़ा। सिकंदर का जन्म 356 ईसा पूर्व में मकेदोनिया में हुआ था। उनके पिता का नाम किंग फिलिप था, जो एक महत्वपूर्ण राजा थे। बचपन से ही सिकंदर का इतिहास, ग्रीक शस्त्र, और युद्ध कौशल में रुचि थी। उन्होंने अपने गुरु और शिक्षक एरिस्टॉटल के निर्देशन में पढ़ाई की।

मकेदोनिया के राजा बने

सिकंदर ने 20 वर्षीय होते हुए अपने पिता की मृत्यु के बाद मकेदोनिया के राजा बने। उन्होंने फारस (आज के ईरान) की ओर अपने प्रथम आक्रमण की शुरुआत की और वहीं से उनके विशाल साम्राज्य का आरंभ हुआ। सिकंदर के आक्रमणों के दौरान वे न्यायवादी और सुधारक के रूप में भी प्रसिद्ध थे। वे स्थानीय राजाओं के साथ समझौते करके उन्हें अपने साम्राज्य का हिस्सा बना देते थे।

सिकंदर का यूनानी साहित्य और फिलॉसफी के प्रति भी गहरा आकर्षण था। उन्होंने अपने सैन्य के साथ बड़े यूनानी दर्शनकारों को भी ले जाते थे, जिससे यूनानी संस्कृति का प्रचार हुआ।

विशाल साम्राज्य की जड़ें फैलाई

लेकिन सिकंदर के आक्रमणों का परिणाम यह था कि वे विशाल साम्राज्य की जड़ें फैला देते थे, जिनके परिणामस्वरूप उनके मृत्यु के बाद उनके साम्राज्य का विभाजन हुआ और उसके बाद यूनान के भिन्न-भिन्न राजाओं के राज्यों का आरंभ हुआ।

सिकंदर महान का इतिहास उनके योगदान के लिए महत्वपूर्ण है, और उन्होंने अपने आक्रमणों के दौरान यूनानी संस्कृति का प्रचार किया। वे एक महान सेनापति और सम्राट के रूप में इतिहास में याद किए जाते हैं।