स्वतंत्र समय, भोपाल
राष्ट्रीय स्वयं सेवक और हाईकमान की पसंद डॉ. मोहन यादव को मप्र की नई सरकार का नया मुखिया बना दिया गया है। विधायक दल की बैठक में मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल के नए नेता के रूप में मोहन यादव का नाम प्रस्तावित किया गया। केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने जैसे ही नाम सामने रखा, वैसे ही मौजूद विधायकों के बीच आचश्र्य के भाव चेहरे में उभरे, लेकिन हाईकमान के आदेश के बाद सभी दिग्गजों जिनके नाम सीएम की रेस में चल रहे थे, वे भी मन मसोस के रह गए। जिसमें विधायक नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
मोहन बोले- भाजपा ही है, जो छोटे कार्यकर्ता का देती है बड़ा पद
मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व, प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को यह जो जवाबदारी दी है। आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा। यादव ने कहा कि यह सिर्फ भाजपा ही है जो एक छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देती है। उन्होंने कहा कि मैं इस नए दायित्व के लिए आभार व्यक्त करता हूं। निश्चित रूप से इस विकास के कारवां को हम आगे बढ़ाएंगे।
शिवराज बोले- कर्मठ साथी हैं मोहन यादव
यादव के सीएम चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने प्रतिक्रिया में कहा कि कर्मठ साथी मोहन यादव को भाजपा विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री मनोनीत किये जाने पर हार्दिक बधाई। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में आप मप्र को प्रगति एवं विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे तथा जनकल्याण के क्षेत्र में नये कीर्तिमान रचेंगे।
यादव की पत्नी बोलीं- मेहनत पर महाकाल का मिला आशीर्वाद
नए मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद मोहन यादव की धर्मपत्नी सीमा यादव का कहना है, भगवान महाकाल का आशीर्वाद है, पार्टी का आशीर्वाद है। वह 1994 से भाजपा के साथ काम कर रहे हैं। वह जब भी उज्जैन आते थे, वह महाकाल की पूजा करने गए थे। उनके परिजनों ने उज्जैन मेें जश्न मनाया और पार्टी के सभी शीर्ष नेतृत्व का आभार मानते हुए भगवान महाकाल का आशीर्वाद से प्रदेश के लिए अच्छा काम करने की बात कही। यादव की पत्नी ने कहा कि भगवान महाकाल का आशीर्वाद है, पार्टी का आशीर्वाद है। बहुत खुशी की बात है। उन्होंने संघर्ष भी बहुत किया है। निश्चित रूप से उसी संघर्ष का परिणाम मिला है।
विवादों से भी रहा है नाता
कांग्रेस ने उज्जैन के मास्टर प्लान को लेकर चुनाव से पहले यादव पर गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस ने कहा था कि मोहन यादव ने परिवार के लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए मास्टर प्लान को गलत तरीके से पास कराया। इसके बाद सरकार ने उज्जैन के मास्टर प्लान को लागू करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि यादव ने इन तमाम आरोपों को खारिज कर दिया था। मोहन यादव ने सीता माता को लेकर विवादित बयान भी दिया था। मंत्री ने कहा था, ‘मर्यादा के कारण राम को सीता को छोडऩा पड़ा। उन्होंने वन में बच्चों को जन्म दिया। कष्ट झेलकर भी राम की मंगलकामना करती रहीं। आज के दौर में यह जीवन तलाक के बाद की जिंदगी जैसा है।’
संगठन की बात मानकर लौटाया था टिकट
मोहन यादव को 2003 में बड़नगर से चुनाव लड़ाने की तैयारी थी। नाम भी घोषित कर दिया था लेकिन स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध जता दिया। इसके बाद संगठन की बात मानकर यादव ने टिकट लौटा दिया था। पार्टी ने यहां से शांतिलाल धबाई को मैदान में उतारा था। मोहन यादव को 2013 में उन्हें उज्जैन दक्षिण सीट से टिकट मिला और वे चुनाव जीत गए। तब से लगातार इसी सीट से जीत रहे हैं। इस बार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। उमा ने बनाया था यूडीए का अध्यक्ष मोहन यादव को पूर्व सीएम उमा भारती का भी करीबी बताया जाता है। 30 नवंबर 2003 को उमा भारती चुनाव प्रचार करने उज्जैन पहुंची थीं। यह उनका आखिरी प्रचार था। रात होने पर मोहन यादव ने हरसिद्धि धर्मशाला में उमा के ठहरने की व्यवस्था कराई। वे अगले दिन सुबह यादव की कार से ही भोपाल लौटी थीं। जब उमा भारती सीएम बनीं तो उन्होंने मोहन यादव को उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) का अध्यक्ष बना दिया। वे 2010 तक इस पद पर रहे।
शिवराज का इस्तीफा
विधायक दल की बैठक से निकलकर सीधे राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल को इस्तीफा सौंपा। मध्य प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल के राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई सी. पटेल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। राजभवन में दिग्गज नेता नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय, वीडी शर्मा ने सरकार का दावा पेश किया। शर्मा ने राज्यपाल को पत्र सौंपकर कर यादव की सरकार बनाने के लिए कहा। खट्
खट्टर ने विधायकों को दी जीत की बधाई
विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखते हुए केंद्रीय पर्यवेक्षक एवं हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि मप्र में प्रचंड जीत पर बधाई और मप्र में पहली बार डिप्टी सीएम (उप मुख्यमंत्री) बनाए जाएंगे और मप्र में विधानसभा में स्पीकर के पद पर भी जिम्मेदारों को दिए जाएंगे। गौरतलब है कि मप्र में भाजपा सरकार में पहली बार डिप्टी सीएम के पद भी सृजित करने की तैयारी की जा रही है। डिप्टी सीएम के नाम को लेकर जनसंपर्क मंत्री और रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ल और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा के नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन सूत्रों ने बताया कि अभी जो नाम भी मीडिया में चल रहे हैं, उनकी घोषणा विधायक दल की बैठक में नहीं किए गए हैं।