ठेकेदार ने मुख्यमंत्री कायाकल्प योजना में डामर की जगह पोत दिया कालिख

स्वतंत्र समय, अनूपपुर

जब सैंया भए कोतवाल तो काहे का डर… कहावत अनूपपुर जिले में लागू हो रही है नगरीय क्षेत्र के अध्यक्ष उपाध्यक्ष ही नगर विकास में कालिख पोतने को उतावले हैं, आम जनों में जन चर्चा है कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बदल गया विधानसभा क्षेत्र में विधायक बदल गए लेकिन भ्रष्टाचार में लगाम नहीं लगा,बल्कि दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार हो रहा है। जिले में इन दिनों शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपने ही पार्टी पर कालिख पोत कर ठेकेदारी का सहारा लेकर विकास को चौपट करने में लगे हैं,नगर विकास के नाम पर केंद्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा करोड़ों रुपए आवंटित किए जाते हैं लेकिन उसका उपयोग नहीं हो रहा बल्कि नगर विकास चारागाह में तब्दील हो गया है।
जिले के नवनिर्वाचित विधायक दिलीप जायसवाल के गृह नगर बिजुरी एवं कोतमा में फर्जी ठेकेदारों की बाढ़ आ गई है, विकास के नाम पर विगत 10 वर्षों से जिस तरह से खुले आम भ्रष्टाचार आर्थिक अनियमितता देखा गया है उस पर लगाम लगाने में दिलीप जायसवाल सफल होंगे या विकास के नाम पर फर्जी ठेकेदार उसी तरह कालिख पोतते रहेंगे।प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री कायाकल्प योजना के तहत बिजुरी नगर में लगभग 922 मीटर लंबी7.50मीटर चौड़ी सडक़ बनाया जाना था,इसी तरह कोतमा नगर में छोटे-छोटे टुकड़े में 3 किलोमीटर की सडक़ में डामरीकरण का कार्य किया जाना था ,इस समय निर्माण को लेकर नगर वासियों में भारी उत्साह का माहौल देखा जा रहा था लेकिन बिजुरी नगर के फर्जी ठेकेदार समाज सेवा एवं ठेकेदारी का चोला ओढक़र एसके मिनरल्स ने सडक़ निर्माण में धांधली ही नहीं किया बल्कि विकास के नाम पर कालिक पोतकर शासन प्रशासन नवनिर्वाचित विधायक दिलीप जायसवाल की भूमिका को कटघरे में खड़ा कर दिया है। नगर वासियों ने बताया कि बिजुरी नगर में जो 922 मीटर लंबी सडक़ का निर्माण करना था उसमें निर्माण एजेंसी द्वारा धांधली किया गया है।
लोगों ने आरोप लगाया है कि फर्जी ठेकेदार इमल्शन की जगह जला मोबिल का उपयोग कर सडक़ निर्माण का कार्य कराया गया है, लोगों ने बताया है कि यहां के सडक़ निर्माण कार्य में नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष श्रीमती सहबीन बाई, उपाध्यक्ष सतीश द्विवेदी, सीएमओ, इंजीनियर, निर्माण विभाग के अन्य जिम्मेदार जन प्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारियो की भूमिका भी संदेश मानी जा रही है, कारण की सडक़ निर्माण एजेंसी द्वारा बिना कार्य आदेश के घटिया सामग्री का उपयोग कर निर्माण कार्य कराया गया है। नगर पालिका क्षेत्र बिजुरी के लोगों ने बताया है कि हनुमान मंदिर से स्टेशन चौक, पुराना थाना होकर ओवर ब्रिज रोड, काली मंदिर रोड, कोतमा में मुख्य बाजार के चहुओर बस स्टैंड से बिजली ऑफिस होकर मुक्ति धाम रोड के साथ-साथ अन्य छोटे छोटे मार्गो पर फर्जी ठेकेदार द्वारा डामरीकरण का कार्य शासन के निर्धारित मापदंड के विपरीत गुणवत्ता को दरकिनार कर जला मोबिल का उपयोग कर डामरीकरण किया गया है इतना ही नहीं एसके मिनरल्स बिजुरी द्वारा जहां भी सडक़ निर्माण का कार्य कराया गया है पूरी तरह से घटिया साबित हो रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि बिजुरी एवं कोतमा नगर का डामरीकरण का कार्य अजय कुमार एंड ब्रदर्स को मिला था इस कार्य को एसके मिनरल्स ने अपने हाथों लेकर डामरीकरण के जगह नगर विकास में कालिख पोतकर रख दिया है नगर वासियों ने प्रदेश के तेजतर्रार मुख्यमंत्री मोहन यादव, नवनिर्वाचित विधायक दिलीप जायसवाल, जिले के न्यायप्रिय कलेक्टर आशीष वशिष्ठ से मांग किए हैं कि बिजुरी नगर में सडक़ निर्माण डामरीकरण में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच कराकर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी, निर्माण एजेंसी,फर्जी ठेकेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
जनचर्चा है कि इस तरह के पूरे भ्रष्टाचारों में कोतमा विधायक दिलीप जायसवाल,कलेक्टर आशीष वशिष्ठ को गंभीरता से लेते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की जरूरत है।