- दो दिन पहले सांवेर में बुलाई अब 7 जनवरी को देवास जिले में इंदौर-बुधनी रेल लाइन को लेकर महापंचायत
- सड़क परिवहन मंत्रालय 80 फीसदी भूमि अधिग्रहण के बाद टेंडर जारी करने के पक्ष में
स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर का महत्वाकांक्षी पश्चिमी रिंग रोड बनना है और इसके लिए प्रशासन अपने स्तर पर जोरदार तैयारियों में जुट गया है। हालांकि प्रोजेक्ट में सबसे बड़ा मुद्दा जमीन अधिग्रहण बनने जा रहा है। किसान अपनी जमीनों के अधिग्रहण के लिए दुगनी दर की मांग कर रहे हैं। वहीं सडक़ परिवहन मंत्रालय भी अब 80 फीसदी भूमि अधिग्रहण के बाद ही निर्माण के टेंडर जारी करने के पक्ष में है। दरअसल, रिंग रोड की निर्माण अवधि दो साल तय की गई है और अगर अधिग्रहण में समय लग गया तो प्रोजेक्ट की कास्ट बढ़ जाएगी। इधर दो दिन पहले सांवेर में किसान महापंचायत भी हो चुकी है। अब इंदौर बुधनी रेल लाइन के लिए भी किसानों की जमीन अधिग्रहित की जाना है। ऐसे में अब अगली महापंचायत 7 जनवरी को देवास में होगी। हाल ही में सांवेर विधानसभा के ग्राम सेमलिया चाऊ में किसानों की महापंचायत हुई। इसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुई। इस दौरान किसानों ने कहा कि किसी भी कीमत पर कौडिय़ों के दाम पर जमीन नहीं देंगे। पूर्व जनपद सदस्य एवं किसान नेता हंसराज मंडलोई ने बताया कि ग्राम सेमलिया चाऊ में होने वाले महापंचायत के लिए देवास, सीहोर, नसरुल्लागंज, बुधनी, खातेगांव, बागली, हाटपिपलिया, इंदौर जिले के देपालपुर और सांवेर के किसान शामिल हुए।
रिंग रोड की ये विशेषता रहेगी
- 06 लेन में ट्रेफिक की सुविधा के लिए बनेगा रिंग रोड
- 64 किलोमीटर क्षेत्र को मिली मंजूरी
- 638 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
- 25 प्रतिशत भूमि मुआवजा राज्य सरकार देगी
- 75 प्रतिशत मुआवजा केंद्र देगा
- 80 मीटर चौड़ाई में बनेगी सड़क
आंदोलन जारी रखने पर अड़े किसान
इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के प्रभावित किसान हो या पश्चिम में रिंग रोड के सभी महापंचायत में आने के लिए अपने घरों से कार्यक्रम में आने के लिए निकल पड़े। ग्राम पंचायत बेगम खेड़ी के पूर्व सरपंच संतोष पटेल ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
बिजवाड़ में की बैठक, नए साल में फिर महापंचायत
अब देवास जिले में भी महापंचायत होने वाली है। इसको लेकर बिजवाड़ में किसानों की बैठक हो चुकी है। इंदौर-बुधनी नई रेल लाइन एवं इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे भूमि अधिग्रहण को लेकर देवास जिले के किसानों ने भी 7 जनवरी को महापंचायत बुलाई है। प्रभावित किसानों ने कहा अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई, तो उग्र प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे।
महापंचायत का एजेंडा बनाया, ट्रैक्टर ट्रॉलियों के साथ शामिल होंगे
पूर्व जनपद सदस्य एवं किसान नेता हंसराज मंडलोई व देवास जिले के किसान नेता विजय सिंह परिहार एवं संतोष पटेल ने बताया कि इंदौर बुधनी रेल लाइन व इंदौर बैतूल नेशनल हाईवे के प्रभावित किसानों की बड़ी बैठक मालजीपुरा और बिजवाड़ के मध्य किसान सत्यनारायण भूतड़ा की कृषि भूमि पर बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि 7 जनवरी को समय सुबह 11 बजे इंदौर बैतूल हाईवे पर स्थित मालजीपुरा और बिजवाड़ के मध्य स्थित मां वैष्णो 41 रेस्टोरेंट के सामने महापंचायत होगी। उन्होंने आगे बताया कि तीनों जिलों के किसान हजारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ सम्मिलित होंगे और वे किसान विरोधी नीतियों का विरोध करेंगे।
प्रोजेक्ट की कास्ट नहीं बढ़े इसलिए बदला नियम
पहले नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) पूरी जमीन अधिगृहीत किए बगैर प्रोजेक्टों के काम कंपनियों को सौंप देती थी। हालांकि तब जमीनें देरी से मिलने की वजह से प्रोजेक्ट की लागत बढ़ जाती थी और कंपनियों के लिए काम करना घाटे का सौदा बन जाता था। तब कंपनियां काम छोडकऱ चली जाती थीं और प्रोजेक्ट उलझ जाते थे। इसी पेंच को दूर करने के लिए तय किया गया है कि एनएचएआई किसी काम के लिए टेंडर तो बुला सकेगी, लेकिन उसका काम तभी कंपनियों को सौंप सकेगी, जब प्रोजेक्ट की ज्यादातर जमीन उसके कब्जे में आ जाएगी। इंदौर में बनने वाली पश्चिमी रिंग रोड के लिए लगभग 648 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है।
जनवरी में होने वाला है दूसरा नोटिफिकेशन
की पश्चिमी रिंग रोड का काम तभी कंपनियों को सौंपा जाएगा, जब 80 प्रतिशत जमीन मिल जाएगी। बची जमीन निर्माण के दौरान मिल सकती है। जमीन अधिग्रहण के लिए दूसरा नोटिफिकेशन जनवरी में होने वाला है। केन्द्र ने इस पश्चिमी रिंग रोड के 64 किलोमीटर के हिस्से को बनाने की सहमति दी है और गजट नोटिफिकेशन करते हुए जमीन अधिग्रहण के लिए अनुविभागीय अधिकारियों को अधिकृत भी किया गया।
ये गांव पश्चिमी रिंग रोड के दायरे में आएंगे, होंगे प्रभावित
पश्चिमी रिंग रोड 80 मीटर चौड़ा रोड शिप्रा के पास से शुरू होकर नेटरेक्स तक निर्मित किया जाएगा, जिसमें इंदौर के साथ-साथ धार-पीथमपुर के भी गांव शामिल हैं। हातोद के अरनिया, उषापुरा, मिर्जापुर, बड़ोदियापंथ, अकसोदा, सिकंदरी, पलादी, जिंदाखेड़ा, नहरखेड़ा, बसांद्रा, कनाडिय़ा, पलासिया, जम्बुदी सर्वर, मांगलिया, अरनिया और अजनोटी गांव शामिल है, वहीं सांवेर क्षेत्र में आने वाले बालोदा टाकुन, सोलसिंदा, कटक्या, रतनखेड़ी, धतुरिया, मंडला, हुसेन, बरलाई जागीर, ब्राह्मण पिपलिया, जैतपुरा, पीर कराडिय़ा, सुकलिया, काशीपुरा, वहीं देपालपुर के बड़ोदापंथ, बेटमाखुर्द, मोहना, लालेंदीपुरा, अम्बापुरा, किशनपुरा के गांव शामिल होंगे। तो इसी तरह पीथमपुर के जमोदी और बर्दरी के अलावा धारा के कल्याणसीखेड़ी, खंडवा, अकोलिया आदि आएंगे।