स्वतंत्र समय, पांढु़र्णा
नव गठित पांढुर्णा जिला 4 अक्टूबर को भोपाल में देर रात तक चली कैबिनेट की बैठक के बाद अस्तित्व में आ चुका है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान के द्वारा आचार संहिता लगने के पहले पांढुर्णा प्रवास के दौरान जिला कलेक्टर कार्यालय का शुभारंभ किया है। इसके अलावा पांढुर्णा जिला कलेक्टर सहित पुलिस पांढुर्णा जिला पुलिस अधीक्षक की भी नियुक्ति की गई। जिसके बाद दोनो ही जिला अधिकारियो ने पांढुर्णा में पदभार ग्रहण करके काम काज भी सम्हाल लिया है। लेकिन मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है , नामांकन सहित मतदान की तिथियां सबके सामने आ चुकी है।
चुनावी आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है इसके बाद दोनों ही प्रमुख दल चुनावी तैयारी में पूरी तरह जुट गए हैं। जहा भाजपा पहले ही अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है तो वही कांग्रेस अपने प्रत्याशी का इंतजार कर रही है। इसके साथ ही अब नए पांढुर्णा जिले में भाजपा और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष का भी इंतजार पार्टियों के कार्यकर्ता और क्षेत्रवासी कर रहे है।
सभी स्थानीय नीता पांढुर्णा जिला बनने की खुशी में खोये हुये है। चुनावी चर्चा यह है कि जिस प्रकार प्रशासनिक दृष्टि से नवगठित पांढुर्णा जिले के पांढुर्णा और सौसर दोनों ही क्षेत्रों का चुनाव फिलहाल पूर्व से तय निर्वाचन कार्यक्रम के अनुसार जिला कलेक्टर छिंदवाड़ा संपन्न कराएंगे और नवगठित पांढुर्ना के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक फिलहाल इस चुनाव में निगरानी मात्रा करेंगे। क्या ठीक उसी प्रकार भाजपा और कांग्रेस पांढुर्णा जिले में नए जिला अध्यक्ष गठित ना करते हुए वर्तमान छिंदवाड़ा जिले के ही दोनों पार्टीयों के जिला अध्यक्षों से पांढुर्णा का चुनाव संपन्न करायेंगे। दोनों ही प्रमुख पार्टियों का जिला नेतृत्व भी पांढुर्ना में नये जिला अध्यक्ष बनाने को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं दिखा रहे है।
सत्ताधारी भाजपा के जिला अध्यक्ष बंटी साहू स्वयं चुनावी मैदान में जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा से उतर चुके हैं, तो वही कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और सांसद नकुलनाथ की मर्जी के बगैर नियुक्ति संभव नहीं है। नये पांढुर्णा जिले में आने वाली दोनों ही सीटों को लेकर शायद दोनों ही प्रमुख दल कुछ ज्यादा गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन भाजपा सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता और क्षेत्रवासियों को दोनों ही पार्टियों के नये पांढुर्णा जिला अध्यक्ष का बेसब्री से इंतजार है। कहां जा रहा है जो पार्टी पहले और जल्दी इस चुनावी मौसम में जिला अध्यक्ष नियुक्त करेगी उसे ही स्थानिय स्तर पर चुनाव संपन्न कराने और संगठन को मजबूती देने में ज्यादा लाभ मिलेगा।