निजाम बदलने के 15 दिन बाद शिवराज ने छोड़ा सीएम हाउस

स्वतंत्र समय, भोपाल

भाजपा सरकारों में सबसे ज्यादा समय तक मुख्यमंत्री का रिकार्ड बनाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को सीएम हाउस छोड़ा। निवास छोड़ते समय भी पूजा अर्चना की और नए आवास में भी जाकर विधिविधान से ईश्वर की आराधना की। इससे पहले धर्मपत्नी साधना सिंह ने दरवाजे पर शिवराज की आरती उतारी और पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। गौरतलब है कि शिवराज साढ़े 16 साल तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे, लेकिन अब उनका ठिकाना अब बदल जाएगा। अब इस बंगले में नए सीएम मोहन यादव रहेंगे। सीएम की घोषणा पर शिवराज ने साफ कर दिया था कि वे 3 दिन में सीएम निवास खाली कर देंगे। टाइम भले ही ज्यादा हो गया हो, लेकिन शिवराज ने बुधवार को बंगला खाली कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने सीएम हाउस खाली करने से पहले बंगले में स्थित मंदिर में पूजा कर गौशाला में गौ माता के दर्शन भी किए, इसके साथ ही उन्होंने परिवार सहित मुख्यमंत्री निवास के स्टॉफ के साथ बातचीत की और सभी को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
पहली बार पत्नी साधना बोलीं, मलाल नहीं खुशी से जा रही
सीएम आवास से शिवराज सिंह चौहान जा रहे थे, तब पत्नी साधना सिंह पत्रकारों से बात करने से खुद को रोक नहीं पाईं। उन्होंने साफ कहा कि उनके मन में कोई मलाल नहीं है, बल्कि वो खुशी से जा रही हैं।

मामा और भैया परमानेंट: चौहान

इस मौके पर शिवराज ने मोहन यादव को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि- इस बंगले से मेरी कई यादें जुड़ी हैं। मैंने इसी घर में रहते हुए प्रदेश से जुड़े कई विकास कार्य किए हैं। अपनी भूमिका पर उन्होंने कहा कि- पार्टी जो भी भूमिका मुझे देगी वो मैं करूंगा। हमने जो वादे जनता से किए हैं, वो जरूर पूरा करेंगे। शिवराज ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए हमेशा मामा और भैया मौजूद है। गाड़ी उनके बेटे कार्तिकेय चौहान चला रहे थे। साधना बोलीं, मलाल नहीं खुशी से जा रही: पत्नी साधना सिंह पत्रकारों से कहा कि उनके मन में कोई मलाल नहीं है, बल्कि वो खुशी से जा रही हैं।

शिवराज का नया ठिकाना

चौहान का अब नया ठिकाना राजधानी भोपाल में ही रिंग रोड स्थित बंगला होगा। शिवराज अब बी 8-74 बंगले में शिफ्ट होंगे, ये बंगला शिवराज को ही अलॉट किया है। सीएम हाउस छोडऩे के बाद अब शिवराज इसी बंगले में अपने परिवार के साथ रहेंगे। आपको बता दें शिवराज सिंह चौहान जब से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हुए थे तभी से ये बंगला उनके नाम अलॉट किया है। शिवराज की माने तो ये उनका लकी बंगला है। यही कारण है कि इतने साल बीत जाने के बाद भी शिवराज ने ये बंगला कभी खाली नहीं किया है।