पशु वध के लिए बिना सक्षम अधिकारी के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र हो जाते हैं जारी

स्वतंत्र समय, सिरोंज

सिरोंज पशु चिकित्सालय के होनहार पशु चिकित्सा अधिकारी एक साथ कुरवाई और सिरोंज में एक ही तारीख़ में दो दो स्थानों पर अपनी कर्तव्य निष्ठा को अति निष्ठा के साथ कर रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप कुरवाई में रहते हुए सिरोंज पशु चिकित्सालय में भी पशुओं का स्वास्थ परिक्षण कर उन्हें कटने के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं। शुक्रवार को जब स्वतंत्र समय की टीम सिरोंज पशु चिकित्सालय में पशु बध के लिए आवश्यक स्वास्थ्य प्रमाण पत्रों की जानकारी लेने के लिए पहुंचे तब वहा पर उपस्थित डॉक्टर चंद्रप्रकाश माहेश्वरी ने बताया की उनके द्वारा किसी प्रकार के पशु के लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता ,यह काम मुख्य रूप से एम एल मालवीय द्वारा देखा जाता है। एम एल मालवीय पशु चिकित्सालय में उपस्थित नही थे वह विकसित भारत संकल्प यात्रा में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
बिना किसी सक्षम पशु चिकित्सा अधिकारी के इसके बाद भी करीब सत्रह स्वास्थ्य प्रमाण पत्र दिनांक पांच जनवरी सन् दो हजार चोविस को आज दिनांक को ही जारी पास नगर पालिका सिरोंज को दोपहर बारह बजे तक प्राप्त हुए। प्रभारी चिकत्सा अधिकारी रवि शंकर उपाध्याय जो कि मूल रूप से कुरवाई में पदस्थ हैं उन्हें ही सिरोंज विकासखंड में प्रभार दिया गया है जिसके चलते एक सप्ताह में तीन दिन उन्हें विकासखंड सिरोंज में अपनी सेवाएं देना है। लेकिन डॉक्टर रवि शंकर उपाध्याय महीने में एक दो बार ही सिरोंज विकासखंड में आते हैं। बाबजूद इसके उलट स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लगभग हर रोज डॉक्टर रवि शंकर उपाध्याय के हस्ताक्षर से ही जारी होते हैं।

इनका कहना है

में आज कुरवाई हूं कल सिरोंज आकार ही आपको जानकारी उपलब्ध करा सकूंगा।
-डॉक्टर रवि शंकर उपाध्याय, प्रभारी, पशु चिकित्सा अधिकारी सिरोंज।

डॉक्टर की सांठ गांठ से जारी करते हैं स्वास्थ प्रमाण पत्र

पशु चिकित्सालय से प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य प्रमाण पत्र के बाद ही नगरपालिका पशु बध के लिए पास जारी करती है और पशु स्वास्थ्य है या नहीं यह देखे बिना ही सिरोंज पशु चिकित्सालय के होनहार डॉक्टर उपाध्याय एडवांस ही स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं। यह पूरा खेल पशु चिकित्सालय में स्टाफ की कमी के चलते होता है इसका फायदा इस व्यवसाय से जुड़े हुए लोग उठा लेते हैं इन व्यवसायियों को पशु को स्वास्थ प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ना ही पशु को चिकित्सालय लाना पड़ता और ना ही उन्हें किसी प्रकार की बीमार ग्रस्त पशु के स्वस्थ होने वाले फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता। इस तरह का काम बिना साठ गांठ के संभव नहीं।

लोगों के स्वास्थ्य से हो रहा है खिलवाड़

जानवरों से प्राप्त होने वाले मांसाहारी भोजन का स्वस्थ पर कोई बुरा प्रभाव ना पड़े इसलिए आवश्यक है कि पशु बध से पहले उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जावे परंतु जब वही स्वास्थ परिक्षण केवल कागजों तक ही सीमित हो कागज में ही स्वास्थ्य परीक्षण अधिकृत पशु चिकित्सक द्वारा कर दिया जावे तो उसे खाने वाले लोगो के स्वास्थ्य से खिलवाड़ चिंताजनक है।