पिता की मौत, भाई ने बनाई फर्जी वसीयत, हत्या का आरोप भी फर्जी निकला

स्वतंत्र समय, ग्वालियर
पिता की मौत के बाद एक भाई ने दूसरे भाई का हक हड़पने के लिए पिता के नाम से फर्जी वसीयत तैयार करवा ली। वसीयत में पुश्तैनी मकान अपने नाम करा लिया। इसी आधार पर नामांतरण भी करवा लिया। यह बाद जब दूसरे भाई को पता लगी तो उसे संदेह हुआ। उसने पिता की वसीयत को कोर्ट में चुनैती दी। कोर्ट ने वसीयतनामा पर संदेह जताते हुए पुलिस को मामला दर्ज कर जांच करने के लिए निर्देशित किया है। घटना कोटा वाला मोहल्ला ग्वालियर की है। पुलिस ने आरोपी भाई पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शहर के उपनगर ग्वालियर स्थित कोटा वाला मोहल्ला निवासी गोविन्द सिंह तोमर पुत्र देवी सिंह तोमर ने शिकायत की है कि उनका एक मकान कोटा वाला मोहल्ला में है। जिस पर उनका तथा उनके भाई गोपाल सिंह तोमर बराबर का हक है। दोनों भाई अपने-अपने हिस्से में रहते हैं। कुछ साल पूर्व उनके पिता का देहांत हो गया था और पिता की मौत के बाद जिस मकान में वे रहते हैं, उसका वसीयत नामा गोपाल ने पेश किया और बताया कि यह मकान पिता मेरे नाम पर कर गए हैं। पिता की वसीयत देखकर कुछ समय के लिए तो गोविंद सिंह भी आश्चर्य में पड़ गए कि पिता उसे कैसे छोड़ सकते हैं। इसी वसीयत के आधार पर दूसरे भाई गोपाल ने नामांतरण भी करा लिया।

वसीयत बनने और पिता की मौत की डेट में निकला अंतर

जब वसीयत के आधार पर एक भाई ने मकान अपने नाम करा लिया, तो दूसरे भाई गोविंद ने वसीयत के संबंध में जानकारी जुटाई और कानूनी पहलू समझा। यहां बारीकी से अध्ययन करने के बाद खुलासा हुआ कि जिस तारीख में वसीयत बनी थी,उससे काफी पहले ही उसके पिता की मौत हो गई थी। इसका पता चलते ही उसने न्यायालय में याचिका लगाई और भाई गोपाल तथा गवाह मदन मोहन चतुर्वेदी तथा ओमप्रकाश नामदेव के खिलाफ शिकायत की।

फर्जी निकले हस्ताक्षर, मामला दर्ज

वसीयत की जांच की गई तो उस पर किए गए हस्ताक्षर से जब उसने पिता के असल हस्ताक्षर का मिलान कराया तो पता चला कि यह हस्ताक्षर उसके पिता के नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने ग्वालियर थाना पुलिस को मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

हत्या के प्रयास का मामला भी गड़बड़ निकला

पुश्तैनी मकान को लेकर हुई रंजिश पर कुछ समय पहले गोपाल ने गोविंद तोमर पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। जांच में पता लगा है कि जिस समय उसे गोली लगी उसका भाई गोविंद तीन किलोमीटर दूर सेवा नगर इलाके में था। इस मामले में पुलिस जल्द एफआर लगाएगी

पुलिस का कहना

इस मामले में ग्वालियर थाना प्रभारी उपेन्द्र छारी ने बताया कि न्यायालय के आदेश पर फर्जी वसीयत बनाने का मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।