प्याज की कीमतों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने निर्यात पर ड्यूटी लगाई, इंदौर में विरोध में उतरे किसानों ने कलेक्ट्रेट घेरा !

इंदौर : प्याज की कीमतों की बेहद बढ़त ने लोगों के बीच चिंता का सिलसिला बढ़ा दिया है। इसी परिस्थिति में, केंद्र सरकार ने प्याज की निर्यात पर 40 प्रतिशत की ड्यूटी लगाने का फैसला लिया है।

अब तक, प्याज की निर्यात पर कोई टैक्स नहीं लगता था, लेकिन इस नए कदम के माध्यम से सरकार ने यह ध्यान में रखा है कि देश में प्याज की उपलब्धता बनी रहे और कीमतें नियंत्रित रहें। वित्त मंत्रालय ने इस निर्णय को 31 दिसंबर तक लागू करने की घोषणा की है।

किसानों का प्रदर्शन :

इस निर्णय के खिलाफ मध्यप्रदेश में किसानों का प्रदर्शन बढ़ रहा है। भारतीय किसान संघ ने मंगलवार को इंदौर कलेक्टर कार्यालय को घेरा। रतलाम में नाराज किसानों ने मंडी में नीलामी बंद कर दी है और सैकड़ों किसानों ने मंडी गेट बंद कर दिया है। उनकी मांग है कि सरकार प्याज पर लगाई गई ड्यूटी को वापस ले। यदि इसकी सुनवाई नहीं होती तो वे सभी सांसदों का घेराव करने का आलंब दिया है।

असर बाजार में: प्याज की कीमतों में वृद्धि

पिछले साल की तुलना में, प्याज की कीमतें बड़ी तेजी से बढ़ रही हैं। देशभर में 10 अगस्त को प्याज की रिटेल कीमत किलो वारी 27.90 रुपये थी, जबकि एक साल पहले यह 2 रुपये किलो कम था। इससे स्पष्ट है कि पिछले साल की मुकाबले प्याज की कीमतें 14 गुना बढ़ चुकी हैं।