बारिश बन रही धान बेचने और नीलामी तौल में बाधा, आज से 2 दिन तक बंद रहेगी मंडी

स्वतंत्र समय, बरेली

सोमवार से मंडी खुली इसी के साथ मौसम खराब होने, बारिश होने से कृषि उपज मंडी में अनाज का कारोबार अस्त व्यस्त हो रहा है। किसानों द्वारा भारी मात्रा में धान बैंचने ला रहे है, परंतु जिस भारी मात्रा में धान बिकने आ रही है। उसकी तौल बारिश के कारण पूरी नहीं हो पा रही है।

दो दिन मंडी रहेगी बंद

दिन एवं रात में कभी भी बारिश होने की स्थिति बन रही है। किसान धान को ट्रालियों में भर कर और ढाक कर मंडी में ला रहे है। नीलामी और तौल के समय रिमझिम बारिश में धान भींगने से धान नमी युक्त और तौल का कार्य प्रभावित होता है। बारिश की संभावना और परेशानियों को देखते हुए मंडी में आज शुक्रवार एवं शनिवार को बंद रखने और किसानों से धान या अन्य उपज मंडी में न लाने की सूचना जारी कर दी गई है। रविवार को अवकाश रहता है। तीन दिन मंडी बंद रहने के बाद यदि मौसम साफ रहा तो सोमवार, मंगलवार को मंडी में अनाज कारोबार, नीलामी होने की संभावना है।

इनका कहना है

प्रतिदिन किसान धान ला रहे है। गुरूवार तक बारिश होने की स्थिति में व्यापारियों द्वारा खरीदी हुई धान की तौल नहीं हो पा रही है। दो दिन शुक्रवार एवं शनिवार को मंडी बंद रहने की सूचना किसानों को दी जा रही है।

-श्रीमति रितु गढ़वाल, सचिव उपमंडी बरेली

आसमान में लगातार बादलों का डेरा, रिमझिम बारिश का दौर जारी

अगहन नवम्बर के महिने में पिछले 3-4 दिनों से बारिश के सीजन जैसी स्थिति बनी हुई है। आसमान में घने वर्षा वाले बादलों का निरंतर डेरा बना रहने के साथ दिन या रात में कभी भी हल्की रिमझिम बारिश होने की स्थिति में धान की कटाई थ्रेसिंग, फसलो की बोवनी जैसे जरूरी काम रूके हुए है। रिमझिम बारिश के असर से नगर की सडक़ो ग्रामों एवं खेतो में कीचड़ की परेशानियों भरी स्थिति का सामना करना क्षैत्र के निवासियों की मजबूरी बना हुआ है। सोमवार की शाम से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला गुरूवार को भी जारी बना रहा। कही तेज तो कही धीमी बारिश जहॉ किसानों के लिए लाभ और हानि होने का कारण बन रही है। हल्की बारिश से खेतो का पलेवा होने की भी स्थिति नहीं बन पा रही है। रिमझिम बारिश से फैली कीचड़ – पिछले 3-4 दिनों से नगर एवं ग्रामीण क्षैत्र के निवासी सडक़ो पर फैली कीचड़, गड्डो में भरे पानी की परेशानियां झेलने मजबूर बने हुए है। जहॉ देखो वहॉ नमी, पानी और कीचड ही कीचड नजर आ रहा है। यदि तेज बारिश हो जाए तो सडक़ो का कीचड मिट्टी धुल सकती है। परंतु दिन हो या रात हल्की रिमझिम बारिश से सडक़ो पर कीचड़ बढता ही जा रहा है। बनी कीचड से पैदल चलने वाले और वाहन चालक हैरान परेशान हो रहे है। दो पहिया वाहनों के कीचड के कारण फिसलने की भी स्थिति बन रही है।