स्वतंत्र समय, छतरपुर
छतरपुर जिले के बिजावर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारे गए झांसी जिले के नेता चरण सिंह यादव के विरोध का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उन्हें भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से जूझने के पहले अपनी ही पार्टी के नेताओं का विरोध भी झेलना पड़ रहा है। इस सीट पर टिकिट की दावेदारी कर रहे सभी स्थानीय नेता खुलकर चरण सिंह की टिकिट का विरोध कर चुके हैं। बीती रात ईशानगर क्षेत्र के ग्राम कुर्रा में आयोजित एक आमसभा के दौरान कांग्रेस के असहमत नेताओं ने बैठक करते हुए पार्टी से प्रत्याशी बदलने की मांग करते हुए निर्दलीय तौर पर मैदान में उतरने की चेतावनी दे दी है।
निर्दलीय मैदान में उतरने की चेतावनी देने वाले नेताओं में राजेश सिंह पायक सबसे बड़ा चेहरा हैं। कुर्रा निवासी राजेश सिंह पायक ने ही अपने आवास पर यह बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सटई क्षेत्र के कांग्रेस नेता, टिकिट के दावेदार एवं सेवादल के जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राजेश शर्मा, राजकुमार सिंह मुन्नाराजा झमटुली, राजकुमार शर्मा, कैलाश कुशवाहा, गोरेलाल राजपूत मौजूद रहे। बैठक के दौरान सभी ने टिकिट वितरण पर नाराजगी जताई ।
लेकिन पार्टी के फैसले का खुलकर विरोध राजेश शर्मा, राजेश पायक ने ही किया। इस मौके पर मीडिया से चर्चा करते हुए राजेश पायक ने कहा कि पार्टी ने हमें अपाहिज कर दिया है। हम पांच साल भाजपा से लड़ते रहे, संघर्ष करते रहे लेकिन टिकिट एक ऐसे व्यक्ति को दे दिया जिसे क्षेत्र का एक भी कार्यकर्ता नहीं पहचानता। हमें इस तरह का फैसला मंजूर नहीं है। यदि यह फैसला बदला नहीं गया तो हम निर्दलीय तौर पर मैदान में उतरेंगे।
भाजपा किसान मोर्चा के जिला महामंत्री ने दिया इस्तीफा
भाजपा किसान मोर्चा में जिला महामंत्री के तौर पर काम करने वाले रवि त्रिपाठी ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह के करीबी कहे जाने वाले रवि त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा अब चोरों, दलालों और अपराधियों की पार्टी बनकर रह गई है। 2011 में छात्र राजनीति से अपनी राजनैतिक यात्रा शुरू करने वाले इस युवा नेता ने कहा कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूरे जिले को एक व्यक्ति के हाथों में छोड़ दिया है जिससे जिले में खराब टिकिट वितरण हुआ है। भाजपा में अब गुण्डे और बदमाशों का बोलबाला है। पांच साल तक जनता के लिए काम करने वाले पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह को तवज्जो नहीं दी गई जिससे क्षेत्र के कार्यकर्ता दुखी हैं इसलिए हम इस्तीफा दे रहे हैं।