स्वतंत्र समय, छतरपुर
मतदान में अब केवल 14 दिन बचे हैं ऐसे में चुनावी परिणाम का रूख समझ में आने लगा है। लोगों का रूझान भारतीय जनता पार्टी की ओर आना शुरू हो गया है। खासतौर से छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत छतरपुर शहर सहित गांवों में लोग कमल खिलाने का मन बनाने लगे हैं। ये सच्चाई जनसंपर्क के दौरान नजर आने लगी है कि यहां मतदाता वर्ष 2013 का इतिहास दोहराने के मूड में है।
छतरपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गंगायच, डमरापुरवा, कांटी, राधेपुर और बरकौहा में जनसंपर्क करने पहुंची भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष, पूर्व मंत्री और भाजपा प्रत्याशी श्रीमती ललिता यादव का ग्रामीणों ने जिस तरह से गर्मजोशी से हाथों-हाथ लेकर तिलक करके विजयश्री का आशीर्वाद दिया है। उससे विरोधी दलों के प्रत्याशियों को अपने खिसकते जनाधार का एहसास होने लगा है। जिससे तिलमिलाकर वे आधारहीन आरोप लगाकर अपनी खीझ निकालने लगे हैं। ग्राम गंगायच पहुंचने पर जैसे ही श्रीमती ललिता यादव ने बुर्जुगों के पैर छूकर आर्शीवाद मांगा वैसे ही उन्होंने सिर पर हाथ रखकर विजयी होने का भरोसा दिलाया। ढोल नगाडों की धुन पर नृत्य करती महिलाओं के गले मे उन्होंने फूलों की माला डाली तो महिलायें उन्हें गले लगाकर कह उठीं इस बार छतरपुर से कमल खिलेगा।
ग्राम गंगायच में एक नुक्कड सभा को संबोधित करते हुए श्रीमती ललिता यादव ने कहा कि आपका आर्शीवाद मिलते ही गंगायच में सबसे पहले हाईस्कूल का संचालन शुरू करायेंगे। उन्होने कहा कांग्रेस विधायक गांव में काम कराने का झूठ बोल रहे हैं, ऐसे झूठों से सावधान रहें। यहां कुशवाहा समाज की मांग है गांव में एक डैम की जरूरत है, मैं आपसे वादा करती हूं कि यहां मैं डैम जरूर बना दूंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अयोध्या में हम सब सनातनियों के आस्था के केन्द्र राम मंदिर का भव्य निर्माण कराके मतदाताओं से किया अपना संकल्प पूरा कर दिया है। कांग्रेस वाले तारीख पूछते थे तो अब सबको बता दीजिए 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर के गर्भ गृह में रामलला को विराजमान करायेंगे और हम सब गाडिय़ों से वहां जाकर इस शुभघडी के साक्षी बनेंगे। भाजपा ने जो कहा वो करके दिखाया है, विकास केवल भाजपा ने ही किया है। इसलिये इस बार मैं आपसे विजयश्री का आर्शीवाद मांगने आई हूं। मैं आपकी सेवक बनकर आपके हित और क्षेत्र के विकास के लिए ही काम करूंगी ये मेरा आपसे वादा है। यहां लोगों ने उनका तुलादान करके कमल खिलाने का जयघोष भी किया है।