स्वतंत्र समय, सागर
विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। बंडा से सुधीर यादव, शाहगढ़ से रंजोर सिंह बुंदेला, नरयावली से अरविंद तोमर, सागर से मुकेश जैन ढाना के बाद अब भाजपा जिला उपाध्यक्ष कमलेश बघेल ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
सिंधिया समर्थक कमलेश बघेल राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के करीबी माने जाते थे। उन्होंने इस्तीफे में लिखा कि मुझे जिले में उपाध्यक्ष बनाकर जो जिम्मेदारी सौंपी थी, उसके लिए मैं आपका आभारी हूं। लेकिन मैंने जब से राजनीति में कदम रखा मैं कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित रहा हूं। मुझे निजी संबंधों की मर्यादाओं के कारण भाजपा में जाना पड़ा लेकिन अब चुनाव में अपनी विचारधारा के विपरीत कार्य करने में अपने आपको मानसिक तौर पर तैयार नहीं कर पा रहा हूं। इसलिए मैं अपने सभी दायित्वों से इस्तीफा देता हूं। दरअसल, 28 अक्टूबर को भाजपा जिला महामंत्री अमित कछवाहा ने जिला उपाध्यक्ष कमलेश बघेल को नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि आपके द्वारा चुनाव में लगातार पार्टी के खिलाफ कार्य किया जा रहा है।
आपके कदाचार से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। पार्टी को आपके कार्यों से नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने 3 दिन में जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया के समक्ष अपना स्पष्टीकरण पेश करने का समय दिया था लेकिन सोमवार को बघेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कमलेश बघेल अब अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे।
संभावना जताई जा रही है कि वे एक नवंबर को जैसीनगर में होने वाली पूर्व सीएम कमलनाथ की सभा के मंच पर कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। भाजपा के मीडिया प्रभारी श्रीकांत जैन ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष कमलेश बघेल के पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने की शिकायत पर जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने उन्हें जिला उपाध्यक्ष पद से मुक्त कर दिया है।