भाजपा पार्षद की दादागिरी; विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को पीटा

स्वतंत्र समय, उज्जैन

विधानसभा चुनाव में बंपर जीत का जश्न मना रही भाजपा के पार्षद हेमंत गेहलोत की दादागिरी का एक और मामला सामने आया है। पार्षद ने विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी को पीट दिया। इतना ही नहीं बिजली कंपनी के अधिकारियों पर प्रकरण दर्ज न हो इसलिए 2 घंटे तक दबाव बनवाया। बाद में दोनों पक्ष एक दूसरे के खिलाफ थाने पहुंच गए।

उल्लेखनीय है कि कुछ समय पहले केडी गेट मार्ग चौड़ीकरण के दौरान नगर निगम के कर्मचारियों-अधिकारियों से अभद्रता, मारपीट कर चुके भारतीय जनता पार्टी के पार्षद हेमन्त गेहलोत ने विद्युत मीटर की ऑनलाइन शिकायत पर जांच करने गए विद्युत कंपनी के कनिष्ठ यंत्री व कर्मचारी के साथ लोगों ने मारपीट कर दी। उन पर पत्थर भी फेंके। घटना का वीडियो भी सामने आया है। घटना में कर्मचारी का मोबाइल टूट गया। वहीं, कंपनी के एक वाहन के कांच भी फोड़ दिए। पुलिस ने दोनों पक्ष से आवेदन लेकर जांच शुरू की है। उल्लेखनीय है कि भाजपा पार्षद हेमंत गहलोत कुछ समय जेसीबी के चालक को थप्पड़ मारने, मवेशियों को पकडऩे वाली नगर निगम की गैंग से अभद्रता करने जैसे मामलों में भाजपा की छवि धूमिल कर चुके हैं। वहीं अब विद्युत कंपनी के अधिकारियों से मारपीट करने वाले भाजपा के पार्षद हेमंत गेहलोत का यह नया मामला सुर्खियां बटोर रहा है।

मेरे वार्ड में आए कैसे..?

विद्युत कंपनी के अधिकारियों के अनुसार भीड़ में वार्ड के पार्षद गेहलोत भी थे, जिन्होंने बिजली कंपनी के अफसरों को धमकी दी कि यह मेरा वार्ड है। मुझसे बगैर पूछे यहां कैसे आ गए और उन्हें भगाने लगे। इसी दूर खड़े दुर्गेश सिंह के पास दो तीन साथियों के साथ गए और मारपीट शुरू कर दी। घबराए बिजली कंपनी के कर्मचारियों ने तत्काल फोन कर पुलिस को बुलाया, जिसके बाद उनकी सुरक्षा में थाने पहुंचे। एमपीईबी की जांच टीम के सदस्य व कनिष्ठ यंत्री वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दुर्गेश सर, अर्जुन राजोरिया, लोकेंद्र भदौरिया सहित अन्य के साथ ऑनलाइन शिकायत मिली थी, जिसके बाद रुक्मिणीबाई के घर जांच करने पहुंचे थे। घर पर महिला मिली, जिनसे हमने कहा कि आप पति को बुला लीजिये। बाहर इंतजार करते हैं, लेकिन इतने में उनके परिवार के सदस्य और पार्षद गेहलोत आ गए, जिन्होंने टीम पर हमला कर दिया। गाड़ी के भी कांच फोड़ दिए।

 पार्टी की छवि खराब होने से कई नेता नाराज

पार्षद हेमंत गेहलोत ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। इसके पहले केडी गेट चौड़ीकरण में काम को रुकवाने पहुंचे थे यहां अफसरों से विवाद हुआ तो जेसीबी पर चढक़र चालक को तमाचा जड़ दिया था। घटना के बाद कर्मचारियों और अफसरों ने आक्रोश भी जताया लेकिन प्रभाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो पाई थी। क्षेत्र में आवारा मवेशियों को पकडऩे के लिए गई निगम की गैंग से भी पार्षद अभद्रता कर चुके हैं। विधानसभा चुनाव मतदान के दौरान भी हेमंत गेहलोत मतदान केंद्र में चले गए थे। उस वक्त भी कलेक्टर ने पुलिस के माध्यम से गेहलोत को केंद्र से बाहर कर दिया था। अब पार्षद ने  एमपीईबी के अफसरों पर हाथ उठा दिया। इनके इस रवैये को लेकर पार्टी के ही नेता और वार्ड के लोग नाखुश है। भाजपा कार्यालय लोक शक्ति में चर्चा है कि हेमंत गहलोत के रवैया से भाजपा की छवि खराब हो रही है।

हमारे पास घटना की रिकॉर्डिंग है, कोर्ट में पेश करेंगेः ईई

इस बारे में पश्चिम क्षेत्र शहर के ईई राजेश हारोड़ ने बताया कि हमारे दोनों जेई नियमानुसार चेकिंग कर रहे थे। तभी पार्षद और एक साथी अचानक आकर धावा बोलकर मारपीट पर उतारू हो गए। हमने आवेदन दिया है। पुलिस कार्रवाई कर रही है। उनकी तरफ से भी आवेदन आने पर बोले कि कार्रवाई ना हो इस संबंध में दबाव बनाने के लिए ऐसा किया है। थाने पर ही दो घंटे तक समझौते के लिए दबाव बनाया गया। हमारे पास घटना की रिकार्डिंग है। जरूरत पड़ी तो इसे कोर्ट में पेश करेंगे।

झूमा झटकी, मारपीट और गाड़ियों के कांच फोड़े

पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार एक दिन पहले पिपलीनाका स्थित महावीर नगर में बिजली कंपनी के अफसर मीटर की जांच करने पहुंचे तो भाजपा पार्षद हेमंत गहलोत भी आ धमके और अफसरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। पार्षद ने कार्तिक मेला ग्राउंड जोन प्रभारी को चांटा मारा और झूमाझटकी भी की। रहवासियों ने गाड़ी के कांच भी फोड़ दिए। लोगों के बीच फंसी बिजली कंपनी की टीम ने पुलिस को बुलाया और फिर उनके साथ थाने पहुंचे। विद्युत कंपनी के अधिकारियों थाने में आवेदन दिया है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी पुलिस को शिकायत की है। विद्युत वितरण कंपनी की कार्तिक मेला ग्राउंड जोन की टीम प्रभारी दुर्गेश सिंह के नेतृत्व में पिपली नाका क्षेत्र के महावीर नगर में रुक्मिणी बाई पति शंकरलाल के घर जांच करने पहुंचे थे। शिकायत मिली थी बिजली के मीटर में कोई अनियमितता है लेकिन महिला ने यह कहते हुए जांच करने से मना कर दिया कि पति घर पर नहीं हैं। शाम को आना। बिजली कंपनी की टीम बाहर ही खड़ी हो गई और पति को बुलाने के लिए बोला। इसी बात पर कुछ लोग इक्_ा हो गए और बिजली कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों पर पार्षद गहलोत के साथ मिलकर हमला बोल दिया।