मंदिरों में हुआ श्याम सगाई का आयोजन, देव उठते ही आज से शुरू होंगे मांगलिक कार्य

स्वतंत्र समय, शाजापुर

देवशयनी एकादशी के बाद से चार माह तक के लिए समस्त मांगलिक कार्यक्रमों पर ब्रेक लग गया था,  लेकिन आज देव के उठते ही समस्त मांगलिक कार्य एक बार फिर शुरू हो जाएंगे। आज 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है और इसके बाद से मांगलिक कार्यक्रम की शुरुआत भी होगी। इसी दिन मंदिर में तुलसी विवाह का आयोजन भी किया जाएगा जिसके बाद हिंदू मान्यताओं के अनुसार विवाह सहित अन्य सभी कार्यों का श्रीगणेश हो जाएगा। इसी क्रम में शहर के प्राचीन श्रीगोवर्धन नाथ मंदिर हवेली में शाम के समय तुलसी विवाह हर्षोल्लास के साथ किया जाएगा। देव उठनी एकादशी के दिन मंदिर हवेली में परंपरा अनुसार प्रभु श्रीगोवर्धन नाथजी का तुलसीजी के साथ विवाह वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच सम्पन्न होगा। बाराती और घराती के रूप में वैष्णवजन विवाह में शामिल होंगे।

प्रभुश्री की हुई तुलसी संग सगाई

देव उठनी ग्यारस के एक दिन पूर्व बुधवार शाम को पुष्टीयमार्गीय मंदिरों में श्याम सगाई का आयोजन किया गया। शहर के सोमवारिया बाजार स्थित गोवर्धननाथ हवेली मंदिर, वजीरपुरा स्थित द्वारकाधीश एवं औदिच्य समाज धर्मशाला स्थित द्वाराकाधीश मंदिर में शाम के समय भजन-कीर्तन के साथ ठाकुरजी की विधि-विधान से तुलसी मैया संग सगाई की गई। इस दौरान प्रभुश्री का मनोहारी श्रंगार किया गया। सगाई की रस्म पूरी होने के बाद ठाकुरजी की महाआरती कर प्रसादी का वितरण किया गया। वहीं आज गुरुवार को तुलसी मैया संग प्रभुश्री का धूमधाम से विवाह संपन्न कराया जाएगा, जिसको लेकर तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं और भक्तों में भगवान के विवाह को लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है।