स्वतंत्र समय, इंदौर
इंदौर के श्री बेलेश्वर महादेव मंदिर में हुई बावड़ी टूटने की दुर्घटना के बाद हुई मौतों की मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट जारी कर दी गई है। इस रिपोर्ट में मंदिर ट्रस्ट और निगम के अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार माना गया है। आपको बता दें की इस दुर्घटना में 36 लोगों की मौत हो गई थी।
अधिकारियों को जिम्मेदार माना गया
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि मंदिर के ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव ने बावड़ी की सुरक्षा में लापरवाही की थी। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव ने मंदिर के पटल व अन्य जगह बावड़ी को लेकर मंदिर में कहीं पर भी कोई बोर्ड नहीं लगाए। जबकि अध्यक्ष और सचिव यह जानते थे कि मंदिर में बावड़ी है। यदि मंदिर में बोर्ड लगाए गए होते तो दुर्घटना टल सकती थी।
निगम के अधिकारियों के बारे में भी रिपोर्ट में बताया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है निगम के अधिकारियों के सर्वे में मंदिर में कहीं पर कोई बावड़ी दर्ज नहीं है। जिससे साफ होता है कि सर्वे करने में निगम की टीम ने भी लापरवाही की है। बावड़ी का निर्माण अनुस्तानित था और उसमें सुरक्षा के उपायों में ध्यान नहीं दिया गया था। जिससे इस दुर्घटना में 36 लोगों की मौत हो गई थी। हाईकोर्ट में एक पुरानी याचिका के माध्यम से न्यायिक कदम की मांग की गई है। इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी की मांग भी की गई है। वहीं पुलिस ने इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। जांच रिपोर्ट में मंदिर और निगम के अधिकारियों के खिलाफ भी आरोप उठाए गए हैं। इसमें सुरक्षा में लापरवाही और अनुशासन के उल्लंघन का जिक्र किया गया है।
अब आगे की कार्रवाई की जाएगी
जानकारी के अनुसार मामले में सभी मृतकों को 25 लाख का मुवावजे देने की मांग की गई है साथ ही इस मामले में सभी दोषियों पर कड़ी आपराधिक कार्रवाई, दोषी नेताओ के खिलाफ जांच, शहर की विभिन्न बावडिय़ों और कुओं से तत्काल कब्जे हटाए जाने की उच्च न्यायालय से कमेटी गठित कराए जाने की मांग भी की गई है। इस मामले में न्यायिक कदम की मांग के साथ-साथ हाईकोर्ट में जांच रिपोर्ट को पेश किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जाएगी।