स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्यप्रदेश की 5 जनजातीय बालिकाओं ने मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान में पर्वतारोहण के गुर सीखे। 28 दिवसीय बुनियादी पर्वतारोहण प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा कर यह जनजातीय बालिकाएं सोमवार को भोपाल लौटीं। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय की ओर से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के अलावा तेलंगाना, महाराष्ट्र और ओडिशा के 65 जनजातीय विद्यार्थी भी शामिल हुए।
इस दौरान इन विद्यार्थियों ने पर्वतारोहण से जुड़ी कई तकनीकों, रिवरक्रॉसिंग, बर्फ या चट्टानों के प्रकार, पर्वतों की जलवायु तथा उपकरणों की जानकारी व उपयोग और मौसम का पूर्वानुमान आदि के बारे में जाना। प्रशिक्षण के दौरान इन बालिकाओं ने मनाली में सताधार पर्वत के कैंप-1 में लगभग 15456 फीट की ऊंचाई तक पर्वतारोहण भी किया। जनजातीय कार्य विभाग के अपरआयुक्त डॉ. सत्येन्द्र सिंह ने सोमवार को सतपुड़ा भवन स्थित कार्यालय में इन बालिकाओं और खेल शिक्षिका को भेंट देकर सम्मानित किया। साथ ही बालिकाओं ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के अपने अनुभव भी साझा किए। शहडोल की बसंती देवी मरावी, सिहोर की तमन्ना इवने, सतना की पुर्णिमा सिंह, सिंगरौली की पानकली सिंह और भोपाल की संजना कुडौपे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुईं। साथ ही बड़वानी की खेल शिक्षिका सपना मिश्रा भी इन बालिकाओं के साथ इस कार्यक्रम का हिस्सा रहीं। विभाग की खेल सलाहकार व पर्वतारोही भावना डेहरिया ने इन प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया।