मनमानी रोकने बसों की होगी ऑनलाइन मानीटरिंग

स्वतंत्र समय, भोपाल

प्रदेश में यात्री बसों की मानीटरिंग के लिए परिवहन विभाग एक-एक बस की मानीटरिंग करेगा। परमिट से लेकर संचालन तक में बस आपरेटरों की मनमानी को रोकने के लिए यह कवायद की जा रही है। विभाग का मानना है कि परमिट शर्तों को तोडकऱ बसें चलाने वाले आपरेटर यात्रियों के लिए सबसे ज्यादा परेशानी खड़ी करते हैं। वाहन-4 पोर्टल पर प्रदेश की 18 हजार यात्री बसों की मानीटरिंग आनलाइन की जाएगी। परिवहन विभाग परमिट से लेकर संचालन तक बसों के डाटा को मैच कर राजस्व की भी समीक्षा करेगा। अभी तक यह व्यवस्था मैन्युअल होने के कारण मानीटरिंग नहीं हो पाती थी, इसलिए अब पूरा डाटा आनलाइन किया जा रहा है, यह निगरानी दिसंबर से शुरू हो जाएगी। निगरानी जीपीएस के जरिये की जाएगी, क्योंकि वीएलटीडी पैनिक बटन जीपीएस लैस हो रहे हैं।
वाहन-4 पोर्टल आने के बाद से परिवहन विभाग की व्यवस्थाओं को आनलाइन एक प्लेटफार्म पर लाया गया है। परमिट शर्तों के आधार पर बसों के आने जाने का समय तय रहता है पर आपरेटर अपने स्तर पर इसमें बदलाव कर यात्रियों के लिए मुसीबत पैदा करते हैं। इसके अलावा एक परमिट पर एक से ज्यादा बसें व परमिट रूट के खिलाफ भी बसों के संचालन की शिकायतें हैं। परिवहन विभाग यह भी जांच करेगा कि प्रति सीट किराया प्राप्त हो रहा है या नहीं, परमिट संख्या व संचालन मिलान भी तत्काल हो जाएगा। इसमें यह व्यवस्था रहेगी कि अधिकारी को पासवर्ड व आइडी मिलेगी।
जिससे वह पोर्टल पर लागिन करेगा और मानीटरिंग कर सकेगा।
सुलभ होगी यात्रा, बचेगा समय
यात्री बसों की संचालन को लेकर आपरेटर के मनमानी पर हाइटेक निगरानी से जहां यात्रियों के समय की बचत होगी वहीं यात्रा सुलभ भी होगी। अब आपरेटर निर्धारित रूट से अलग नहीं जा सकेंगे,जिससे तय रूट पर यात्रियों को बस मिल सकेगी। आने जाने के समय पर निगरानी से यात्री अपने गंतव्य पर नियत समय पर पहुंच सकेंगे।