स्वतंत्र समय, भोपाल
भाजपा से टिकट कटने के बाद सीधी के विधायक केदार शुक्ला ने पार्टी से बगावत कर दी है। उन्होंने सोमवार को महापंचायत कर ऐलान किया है कि भाजपा ने उनके साथ अन्याय किया है, लिजाहा, वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि सीधी में भाजपा ने पेशाब कांड के बाद केदार शुक्ला का टिकट काटकर सीधी सांसद रीति पाठक को दिया है।
सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला ने सोमवार को सीधी में अपने समर्थकों को एकत्र करके महापंचायत की। इसके बाद उन्होंने फैसलार सुनाया कि पार्टी ने उनके साथ अन्याय किया है। शुक्ला ने कहा कि अब मैं न्याय की लड़ाई लड़ूगा। उन्होंने कहा कि ‘असली बीजेपी मैं हूं , जबकि नकली भाजपा जिसे पार्टी का टिकट मिला है वह है।’ केदारनाथ शुक्ला ने सांसद रीति पाठक पर निशाना साधते हुए कहा कि – ‘आए थे आंगनबाड़ी का फॉर्म भरने, लोगों ने लड़वा दिया चुनाव, जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अधिकारियों के संपर्क में आने से मिला है, इसके बाद पार्टी से मिल गई टिकट बन गई सांसद। उन्हें नहीं पता है भाजपा की रीति नीति।’ सीधी विधायक केदार शुक्ला ने कहा कि वे विधानसभा क्षेत्र में न्याय यात्रा भी निकालेंगे। उन्होंने कहा कि उनको कई पार्टियों से चुनाव लडऩे के ऑफर भी आए, लेकिन इन आफरों को भी शुक्ला ने ठुकराया है। इसके बाद फैसला किया है कि सीधी विधानसभा से निर्दलीय ही चुनाव लडूंगा। गौरतलब है कि सीधी विधायक शुक्ला के प्रतिनिधि और पूर्व भाजपा मंडल उपाध्यक्ष द्वारा एक मानसिक रूप से बीमार आदिवासी व्यक्ति के सिर के ऊपर शराब के नशे में पेशाब कर दिए जाने के बाद इसका वीडियो वायरल हुआ था। जिससे देश भर में भाजपा की किरकिरी और छीछालेदर हुई थी। जिसके बाद विधायक शुक्ला पर असामाजिक लोगों को प्रश्रय देने के आरोप लगे थे। इसके चलते भाजपा ने उनका टिकट काटकर सीधी सांसद रीति पाठक को विधानसभा प्रत्याशी बनाया है, इससे विधायक पार्टी संगठन से शुक्ला नाराज हैं।