स्वतंत्र समय, भोपाल।
आज प्रधानमंत्री मोदी जबलपुर में सभा कर वीरांगना रानी दुर्गावती की शहादत को नमन कर रहे थे। परंतु रानी दुर्गावती के वंशजों के साथ अर्थात आदिवासियों के साथ जिस तरह का बर्बारतापूर्ण बर्ताव उनकी डबल इंजन की सरकार के अंतर्गत मप्र में हो रहा है, उस पर मोदी एक शब्द भी क्यों नहीं बोले । मोदी प्रधानमंत्री कम और भाजपा के प्रचार मंत्री की भूमिका ज्यादा निभाते हैं, आरएसएस की कठपुतली बन कर जुमलों से लोगों को बहलाते हैं। यह आरोप अभा कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व प्रवचनकार साधना भारती ने लगाए। वे भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारवार्ता को संबोधित कर रहीं थीं।
साधना भारती ने कहा कि प्रदेश में कंस मामा के राज में रानी दुर्गावती की बेटियां सुरक्षित नहीं है, एक 9 साल की आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म का जिम्मेदार कौन? महाकाल की नगरी में दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना का जिम्मेदार कौन? बीते दिनों कटनी में आदिवासी लडक़ी की नाले में लाश मिली, उसका जिम्मेदार कौन? मोदी अगर आदिवासी हितेषी हैं तो बतायें कि प्रदेश में 3 लाख 22000 पट्टे निरस्त क्यों कराये? क्या आप वोट के लिए ही उनका इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी अब जुमलेबाजी बंद कीजिए, अपने मन की बात बंद कीजिए। महिलाओं, बच्चियों पर हो रहे अत्याचार, जन की बात पर ध्यान दीजिए और प्रियंका गांधी की बात को ध्यान से सुनिये जो आज उन्होंने धार में महिला सशक्तिकरण को लेकर कहीं है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि आखिरकार क्यों मप्र में रोज 17-18 बलात्कार की घटनाएं होती हैं? क्यों मप्र की सरकार घोटालों की सरकार बन गई है? क्यों मोदी सरकार जातिगत जनगणना कराने से कतरा रही है? क्यों पिछड़ा वर्ग को उसका अधिकार देने में पीछे हट रही?
उज्जवला योजना का झूठ उजागर
साधना भारती ने कहा कि उज्जवला योजना का झूठ पुन: पकड़ा गया। मप्र में मात्र 15 प्रतिशत उज्जवला योजना के हितग्राही हैं, ऐसी कैसी योजना आपने बनायी जिसमें 85 प्रतिशत उज्जवला योजना के पात्र दूसरी बार सिलेण्डर ही नहीं भरवा सके। राजधानी भोपाल में ही मात्र 30 प्रतिशत लोग इसका लाभ ले पाये हैं। इसलिए झूठ बोलना बंद कीजिए। मोदी चुनावी घोषणाएं बंद कीजिए, अब सब जान चुके हैं कि मोदी की गारंटी-झूठ की गारंटी है और भाजपा की सरकार में 50 प्रतिशत लूट की गारंटी है। मोदी न रामवादी है, न हिंदुत्ववादी हैं, मोदी केवल झूठवादी है। मात्र वोटवादी है, गोडसेवादी हैं और इसलिए जनता आगामी चुनाव में गोडसेवादियों भगायेगी और अपनी दी गई एक-एक गारंटी को अल्पकालिक सरकार में भी पूरा करने वाले कमलनाथ की कांग्रेस को मप्र में लायेगी। ओबीसी, एससी, एसटी अब जागेगा और भाजपा को त्यागेगा। कांग्रेस की प्रमुख मांग है, जितनी जिसकी आबादी उतना उसका हक देना पड़ेेगा।