मुख्यमंत्री के गृह नगर में मांस विक्रय की अवैध दुकानों को किया सील

स्वतंत्र समय, उज्जैन

प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश के बाद गुरुवार सुबह से ही शहर की अवैध मांस विक्रय की दुकानों को सील करने की कार्रवाई शुरू हो गई थी। सुबह कार्रवाई के दौरान चार दुकानों को सील कर दिया गया था। कार्रवाई को लेकर दोपहर में भी नगर निगम में बैठक बुलाई गई। राज्य शासन द्वारा जारी आदेश के तहत कार्रवाई का सिलसिला गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री के गृह नगर उज्जैन से शुरू हो गया।

अवैध रूप से मांस का विक्रय करने वालों के खिलाफ प्रदेश में पहली कार्रवाई उज्जैन में की गई। इसके अंतर्गत शहर के वार्ड 6 में बसे गांधीनगर में बिना लाइसेंस के चल रही मांस विक्रय की दुकान पर नगर निगम की टीम ने सुबह सवेरे ताला लगाकर सील कर दिया। इस दुकान की शिकायत रहवासियों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी। एमआईसी में भी इसका मुद्दा उठा, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। अवैध मांस विक्रय दुकानों की लिस्ट तैयार करने के लिए महापौर मुकेश टटवाल ने दोपहर में बैठक बुलाई थी।

मटन की दुकानों पर निगम ने की कार्रवाई

शासन आदेशानुसार निगम आयुक्त  रौशन कुमार सिंह के निर्देशानुसार झोनवार दल गठित करते हुए उज्जैन नगर पालिक निगम द्वारा शहर में अवैध रूप से संचालित की जाने वाली मांस की दुकानों पर कार्यवाही प्रारंभ की गई। निगम अमले द्वारा मक्सी रोड़, आगर रोड़, नागझीरि इत्यादि क्षेत्र में शासन आदेश के संबंध में मुनादी की गई एवं उक्त क्षैत्रों में संचालित मांस, मटन दुकानों के लाइसेंस, गुमास्ता एवं अनुमति के दस्तावेजों की जांच की गई एवं जिन दुकानदारों द्वारा यह दस्तावेज प्रस्तुत नही किए उन पर कार्यवाही करते हुए उनकी दुकानों को सील किया गया एवं अवैध रूप से स्थापित गुमटियों को हटाने की कार्यवाही की गई।