पार्षद ने गणतंत्र दिवस पर सामाजिक, राजनीतिक सौहार्द की मिसाल पेश की
शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर- मैं सामाजिक कार्यकर्ता हूं, जहां मेरी जरूरत हो, मैं वहां खड़ा हूं, मैं किसी दल विशेष का ना होकर निर्दलीय हूं। यह बात वार्ड नंबर 11 के पार्षद राशिद खान चिन्ना ने स्वतंत्र समय से विशेष मुलाकात में कहीं। जब उनसे पूछा गया कि गणतंत्र के मौके पर सुबह गांधी पार्क पर झंडा बंधन के दौरान वह भाजपा के नपा अध्यक्ष एवं अन्य पार्षदों के साथ ध्वजारोहण करते नजर आए, उसके कुछ देर बाद कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत अंबेडकर पार्क के समीप महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष सीमा सुराणा सहित अन्य कांग्रेसियों के बीच खड़े नजर आए, तब इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं किसी दल विशेष का नहीं हूं मैं निर्दलीय हूं मैंने वार्ड पार्षद का चुनाव भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीता है मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं और जहां भी सामाजिक कार्य में मेरी जरूरत होती है, मैं वहां खड़ा नजर आता हूं और जो कुछ भी मेरी हैसियत के हिसाब से सहयोग बन पड़ता है, करने के लिए तैयार रहता हूं, और अपना सौभाग्य समझता हूं।
इस तरह उन्होंने साफ तौर पर बताया कि केवल जनसेवा ही उनका उद्देश्य है,और जब तक इस लायक हैं, करते रहेंगे। उल्लेखनीय है कि पार्षद चिन्ना एक ऐसे व्यक्ति हैं जो शहर के मध्य वार्ड नंबर 10 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ कर अच्छे मतों से जीते, उन्होंने कांग्रेस तथा भाजपा के प्रत्याशी को करारी मात दी थी। समाज सेवा के उदाहरण बतौर कोरोना काल में जब लॉक डाउन का समय था और गरीब असहाय मजदूर लोग रोजी-रोटी से परेशान थे, ऐसे समय में गरीबों की मदद के लिए राशन पानी से लेकर रोजमर्रा की कई चीजों को उपलब्ध कराया। कई सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक लोगों ने जनसेवा के कामों की खूब तस्वीरें छपा कर प्रचार किया लेकिन उन्होंने आज तक कभी प्रचार में विश्वास नहीं रखा। उनका मकसद केवल निस्वार्थ भाव से जनसेवा है। और यही कारण है कि दो बड़े राजनीतिक दलों के बीच निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उन्हें वार्ड की जनता ने सेवा का अवसर दिया।