स्वतंत्र समय, बैतूल
अयोध्या में अगले महीने होने वाली रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हजारों अनूठे साधु-संत और कर सेवक बुलाए गए हैं। इन्हीं में एक मध्य प्रदेश के बैतूल में रहने वाले भोजपाली बाबा भी हैं। उन्हे कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। भगवान राम को अपना आराध्य देव मानने वाले हजारों भक्त आपने देखे होंगे, लेकिन बैतूल में एक ऐसे बाबा हैं, जिन्होंने महज 21 वर्ष की उम्र में भगवान राम का अयोध्या में मंदिर निर्माण होने तक विवाह नहीं करने का संकल्प ले लिया था। बाबा का यह संकल्प 22 जनवरी को पूरा होने जा रहा है, जिसके लिए अयोध्या से भगवान राम के नवनिर्मित राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में उन्हें आमंत्रित भी किया गया है, जिसका आमंत्रण पत्र अयोध्या से बाबा को भेजा गया है। बैतूल के मिलानपुर में रहने वाले रविन्द्र गुप्ता उर्फ भोजपाली बाबा भोपाल के रहने वाले हैं और 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढांचे मामले में कार सेवक के रूप में भोजपाली बाबा अयोध्या गए थे।
भोजपाली बाबा ने अपना जीवन सनातन धर्म को किया समर्पित
उन्होंने बताया कि बाबा की भगवान राम में इतनी आस्था है कि उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही संकल्प ले लिया था कि अयोध्या में जब तक भगवान राम का मंदिर निर्माण नहीं हो जाता तब तक वह अपना विवाह नहीं करेंगे। बाबा को कई बार उनके परिवार ने विवाह करने के लिए राजी करने की कोशिश भी की, लेकिन बाबा अपने संकल्प पर कायम रहे। बाबा की उम्र 52 वर्ष हो चुकी है और उनका यह संकल्प 31 वर्ष बाद 22 जनवरी को पूरा होने जा रहा है। भोजपाली बाबा 31 वर्षों से सनातन धर्म की रक्षा के लिए विभिन्न हिंदूवादी संगठनों में काम कर रहे हैं। अब उन्होंने शादी करने से तौबा कर ली है और अपना बचा हुआ जीवन सनातन धर्म को समर्पित कर दिया है। अयोध्या से निमंत्रण मिलने पर बाबा बेहद खुश हैं और अब विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ जिले भर में लोगों को भगवान राम के नवनिर्मित भव्य मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीले चावल बांटकर राम भक्तों को आमंत्रितकर रहे हैं। भोजपाली बाबा के अनुयायी भी उनका साथ पाकर अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं।