स्वतंत्र समय, भोपाल
राहुल गांधी इन दिनों जहां भी जा रहे हैं, जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि राहुल गांधी को खुद अपनी जाति का पता नहीं है। कमलनाथ अपनी जाति नहीं बता पाते। लेकिन कांग्रेस के ऐसे ही नेता पिछड़ों की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है। इसलिए वो हिन्दुओं का जातिगत विभाजन करके चुनाव जीतना चाहती है। कांग्रेस ‘‘लास्ट’’ में ‘‘फास्ट’’ होने के चक्कर में ‘‘कास्ट’’ की बात कर रही है, लेकिन उनकी मानसिकता इस चुनाव में ब्लास्ट होगी। यह बात प्रदेश सरकार के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को मीडिया से चर्चा में कही।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ हिंदुओं में ही जातिगत जनगणना की बात कर रही है। किसी और धर्म के बारे में यह बात नहीं करती। इसी से साफ हो जाता है कि कांग्रेस के लोग सिर्फ हिंदुओं में जातिगत विभाजन पैदा करना चाहते हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि राहुल गांधी जब राजस्थान में गए तो हिंदू और हिंदुत्व पर सवाल उठाया। मध्यप्रदेश में आए तो वनवासी और आदिवासी पर सवाल उठाया। यह इनकी मूल मानसिकता है। इन्होंने पहले विभाजन किया तो देश तोड़ दिया। इन्हीं के पूर्वजों ने देश से कश्मीर को काटा और पंजाब को काटने की कोशिश की गई। अब ये हिंदुओं को जातियों में बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
कसाई खाने की मानसिकता से चल रही मोहब्बत की दुकान
गृहमंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति किस तरह से करती है, यह इजराइल पर हमास के हमले वाले मामले से स्पष्ट हो जाता है। कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की जो मीटिंग हुई, उसमें फिलिस्तीन की बात की गई, इजराइल की निंदा की गई, लेकिन हमास के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला गया। इससे तो यही लगता है कि कांग्रेस की जो मोहब्बत की दुकान है, वह कसाईखाने की मानसिकता लिए हुए है। इजराइल में हमास द्वारा की गई बेगुनाह लोगों की नृशंस हत्याओं पर एक शब्द भी नहीं बोलना, यही कांग्रेस का तुष्टिकरण है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि अपनी तुष्टिकरण की मानसिकता के चलते ही कांग्रेस के लोग महाकाल पर ट्वीट करते हैं, राम जन्मभूमि के शिलान्यास पर सवाल उठाते हैं। इन्हें किसी और धर्म में कुछ दिखाई नहीं देता। इनके दिग्विजय सिंह भगवा पर सवाल उठाते हैं, तो इनके सलमान खुर्शीद हिन्दुत्व की तुलना बोको हरम जैसे आतंकी संगठन से करते हैं। यही इनकी मानसिकता है।
वो सवाल उठाते हैं, जिन्होंने खुद कुछ नहीं किया
डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के लोग भाजपा की सूचियों पर सवाल उठाते हैं, लेकिन ये वो लोग जिन्होंने खुद अभी तक कोई सूची जारी नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि जिस दिन भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होगी, कांग्रेस पार्टी में बगावत होगी। डॉ. मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के बारे में कोई भी टिप्पणी करने से पहले कमलनाथ को यह देखना चाहिए कि जितने महीने वो मुख्यमंत्री नहीं रहे, उससे ज्यादा सालों से शिवराजसिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस को यह पता नहीं है कि चौहान प्रदेश के साढ़े 8 करोड लोगों के दिल में बसते हैं।