विकसित भारत यात्रा में राजनीतिक खींचतान, भाजपाई शासकीय यात्रा में कर रहे दखलंदाजी

स्वतंत्र समय, पांढुर्णा

विधानसभा चुनाव के पूर्व जिस प्रकार राज्य सरकार द्वारा विकास यात्रा सरकारी खर्चे पर शहर से लेकर गांव तक निकल उसके भाजपाईकरण का आरोप कांग्रेस ने लगाया था। ठीक कुछ ऐसा ही नजर इन दोनों लोकसभा चुनाव के पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में निकली विकसित भारत यात्रा के दौरान भी देखने को मिल रहा है। प्रोटोकॉल के विपरीत सरकारी यात्रा में अनाधिकृत रूप से भाजपाई पदाधिकारी को मंच उपलब्ध कराने और उद्बोधन का अवसर देने को लेकर कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों ने घोर आपत्ति जताई है और आने वाले समय में इसका तीव्र विरोध करने की चेतावनी दि है।
सरकारी खर्चे पर पंचायत पंचायत पहुंच रही विकसित भारत यात्रा पर विवादों के बदले अब मंडराने लगे हैं क्योंकि इस यात्रा पर भी ठीक विधानसभा शासकीय खर्चे पर भाजपाई विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने और भाजपा के लोगों को अनाधिकृत रूप से मंच प्रदान करने और पार्टी स्तर पर महिमा मंडित करने की घटनाओं के मद्दे नजर कांग्रेसियों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है।
जनपद अध्यक्ष लता सिंह ने बताया कि विभिन्न पंचायत में पहुंच रही विकसित भारत यात्रा शुद्ध रूप से शासकीय है और इसका खर्च भी सरकार वहन कर रही है। इसमें नियमानुसार स्थानीय जनप्रतिनिधि यो को ही मंच साझा करने और संबोधित करने का अधिकार होना चाहिए। लेकिन सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में देखने को मिल रहा है की कई भाजपा के अनधिकृत और बाहर से आए व्यक्ति भी पंचायत में इस शासकीय कार्यक्रम में मंच पर नजर आ रहे हैं और कार्यक्रम में संबोधित भी कर रहे हैं जो निश्चित रूप से नियमों के खिलाफ है और इस पर आसानी प्रशासन को शक्ति से ध्यान देने की जरूरत है। मैं जनपद सीईओ से इस संबंध में चर्चा की है और जल्द ही इसको लेकर ठोस कदम उठाया जाएगा।
जनपद उपाध्यक्ष भीमराव वालके ने बताया कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यदि अपनी वाहवाही करनी है तो अपने स्वयं के खर्च पर आयोजन करके करनी चाहिए शासकीय राशि से होने वाले इस कार्यक्रम में राजनीति नहीं करनी चाहिए, लेकिन स्थानीय अधिकारी भाजपा शासन के दबाव में इस यात्रा में अनाधीकृत लोगों को पार्टीगत लाभ उठाने का अवसर दे रहे हैं। जिसका हम सभी विरोध करते हैं और आने वाले समय में इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना हो ऐसी मांग अधिकारियों से करते हैं। इस संबंध में जब जनपद पंचायत सीईओ ललित चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की रूपरेखा और व्यवस्था स्थानीय स्तर पर ग्राम पंचायत को कर रही है। ग्राम पंचायत अपने विवेक से जिन्हें सम्माननीय मानती है उन्हें इस यात्रा में स्वतंत्र निर्णय लेकर से ससम्मान अतिथियों के रूप में बुला रही है। विकसित भारत यात्रा में किसी प्रकार की कोई बात होगी तो मैं संबंधित नोडल अधिकारी से जानकारी हासिल करूंगा।