विगत 12 वर्षों से निरंतर चल रहा है घर-घर गीता स्वाध्याय का पाठ

स्वतंत्र समय, बीना
स्थानीय कानूनगो वार्ड स्थित पंडित मुरारी गोस्वामी के श्री राधा कृष्ण मंदिर में विश्व गीता प्रतिष्ठानम उज्जैनी शाखा बीना द्वारा स्वाध्याय किया गया बीना में घर-घर गीता स्वाध्याय अंतर्गत कार्यक्रम स्वाध्याय मंडल सदस्यों के द्वारा निशुल्क विगत 12 वर्षों से निरंतर किया जा रहा है। घर-घर गीता का प्रचार हो सदाचार और सद्विचार हो, गीता गीत द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ स्वाध्याय की नियमावली अनुसार अमृत वचन जिस घर में नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का सम्मान होता है साथ ही वास होता है
सूक्ति : संतुष्ट सततं योगी
प्रेरक प्रसंग : माता-पिता गुरु के वचन का पालन करने से जीवन में भटकाव नहीं आता है
शलोक: वृक्षान छितवा पिसून हतवा कृतवा रुधिर कर्दमम यघेम गम्यते स्वर्ग,नरकम केन गम्यते वृक्षों को काटने वाले पशुओं का वध करने वाले रुधिर बहाने वाले जैसा घृणित काम करने वाले यदि स्वर्ग जाएंगे तो नरक कौन जाएगा। उक्त चारों गीता अध्याय 15 के 11 शलोको सस्वर वाचन आरती प्रसाद वितरण किया गया कार्यक्रम का संचालन श्रीमती ज्योति तिवारी एवं आभार मुरारी गोस्वामी ने किया। उपस्थिती में पंडित विष्णु पटेरिया हरिदयाल गोस्वामी शिव शास्त्री श्रीमती मंजू बुंदेला श्रीमती ममता साहू श्रीमती ज्योति सराफ और श्रीमती ज्योति तिवारी आदि बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।