संजय खरे, कटनी
पूर्व विधायक धु्रव प्रताप सिंह ने स्वतंत्र समय से चर्चा करते हुए कहा कि विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र जिले का एक ऐसा क्षेत्र है, जहां पर अवैध उत्खनन खुलेआम हो रहा है, और प्रशासन ने आंखें मूंद रखी हैं। खनिज विभाग को इस क्षेत्र में होने वाले अवैध उत्खनन दिखाई तक नहीं देते। कुछ ऐसा ही हाल विजयराघवगढ़ की पुलिस का भी है। यह सब कुछ सत्ता पक्ष के दबाव में हो रहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार आई तो फिर ऐसे लोगों को बक्सा नहीं जाएगा।
कमलनाथ को लिखित में दी जानकारी
कुछ समय पूर्व भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह ने कहा कि विजय राघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले रेट किया अवैध उत्खनन सहित अन्य खनिज संपदा के अवैध उत्खनन की जानकारी मैंने लिखित तौर पर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी को दी है। जिस तरह सत्ता पक्ष के दबाव में यहां पर गरीबों की आवाज को दबाया जा रहा है वह भी जानकारी शीर्ष नेतृत्व में है। यदि कांग्रेस की सरकार बनी तो फिर विजयराघौगढ़ के साथ छलावा करने वाले लोगों को बक्सा नहीं जाएगा।
अमेहटा प्लांट में नहीं मिला रोजगार
उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के आमेटा में प्लांट की शुरुआत करते समय प्लांट प्रबंधन द्वारा स्थानीय लोगों को 60 प्रतिशत रोजगार देने का वादा किया गया था। स्थानीय लोगों की जमीन हड़पने के लिए प्लांट प्रबंधन ने क्षेत्र के लोगों से रोजगार के झूठे वादे किए। 60प्रतिशत रोजगार देने का वादा किया था। वर्तमान में मात्र 20 प्रतिशत स्थानीय लोग ही प्लांट में काम कर रहे हैं।
बरही बना भूमाफिया का केंद्र
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बरही में सर्वाधिक भूमि घोटाले के मामले हुए हैं। अवैध कालोनियां एवं भूमि संबंधी अपराध करने में भाजपा के स्थानीय नेताओं का ही हाथ है। समय आने पर ऐसे सभी अवैध कार्यों में लिप्त लोगों के नाम और उनके घोटाले की लिस्ट उजागर की जाएगी।