स्वतंत्र समय, बरेली
बुधवार की शाम को चुनावी सभाओं, प्रचार के शोरगुल पर विराम लग गया। मतदान से ठीक पहले क्षैत्र के कद्दावर कांग्रेसी नेता प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री ठा. जसवंत सिंह रघुवंशी के पुत्र योगेन्द्र रघुवंशी ने भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को बडा झटका दिया है। जिसकी नगर ही नहीं ग्रामीण क्षैत्र के खरगौन, उदयपुरा, देवरी में व्यापक प्रतिक्रिया, चर्चाओं का माहौल बना रहा।
ग्राम रजवाडा के मूल निवासी
कृषक ठा. जसवंत सिंह ने 1972 में बरेली विधानसभा क्षैत्र से पहली बार चुनाव लडा और सफलता प्राप्त की। मृदुभावी सहज, सरल धार्मिक स्वभाव के ठा. जसवंत सिंह ने कांग्रेस की ओर से अनेक चुनाव लडे कभी सफलता तो कभी असफलता मिली। दिग्विजय सिंह की सरकार में केबीनेट मंत्री के रूप में कार्य किया। लंबे समय से ठा. जसवंत सिंह सक्रिय राजनीति से दूर परंतु उनके साथी समर्थक और विशेष कर रघुवंशी समाज उपेक्षा के शिकार बने हुए है।
भाजपा में शामिल
पूर्व मंत्री ठा. जसवंत सिंह जिन्हे लोग बडे भैया के नाम से जानते थे। योगेन्द्र रघुवंशी कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय हुए। सिलवानी क्षैत्र में टिकिट के लिए उनका लाभ प्रमुखता से चला परंतु उन्हें कांग्रेस से टिकिट नहीं मिली। प्रदेश के पूर्व मंत्री और सिलवानी से चुनाव लड रहे ठा. रामपाल सिंह राजपूत के प्रचायों, चर्चा से योगेन्द्र रघुवंशी सीएम हाउस पहुंचे।
जहॉ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस छोड भाजपा में शामिल होने वाले योगेन्द्र सिंह रघुवंशी को भाजपा का गमछा और पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। रजवाडा ग्राम सहित बरेली, उदयपुरा, देवरी, सिलवानी तहसीलों के रघुवंशी समाज ही नहीं अन्यों पर भी पूर्व मंत्री परिवार की खासी पकड है। जिसका लाभ भाजपा को मिल सकता है।