शहर के हाईवे एवं शहर के अंदर ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त, घंटो जाम में फंस रहे वाहन

स्वतंत्र समय, मुरैना

शहर एवं हाईवे पर यातायात के बढ़ते दबाव ने ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह से चकनाचूर कर दिया है। किसी भी मार्ग पर चले जाओ, हर जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन एवं पुलिस द्वारा ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कभी कोई प्रयास ही नहीं किया जाता। वर्तमान कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक जब से पदस्थ हुए हैं, उन्होंने तो ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर बयान तक नहीं दिया है। शहर के लोग ट्रैफिक व्यवस्था के चलते राम भरोसे मार्ग पर चल रहे हैं।
आगामी 23 नवंबर से शादी समारोह बड़ी संख्या में जिले भर में आयोजित होने हैं, इसके चलते बाजारों में सामान खरीदने के लिए भारी भीड़ हो रही है। एक और समय के साथ-साथ जिले में दोपहिया एवं चार पहिया वाहनों की तादाद 10 गुना बड़ी है तो वहीं सडक़े जस की तस बनी हुई है। हालत यह है कि शहर के नेशनल हाईवे पर फ्लाईओवर बनने के बावजूद हाईवे से बायपास मार्ग के लिए जाने वाले चौराहे पर पूरे दिन लंबा जाम लगा रहता है, जिसे कंट्रोल करने के लिए भी पुलिस कर्मचारी तैनात नहीं रहते। इधर शहर में बैरियर चौराहे से लेकर अंबाह तिराहे तक जाम पूरे दिन लगा रहता है और लोग जाम में कई-कई घंटे फंस जाते हैं।

एंबुलेंस और स्कूली वाहन फंस रहे जाम में

हाईवे एवं एमएस रोड सहित अन्य मार्गों पर लगने वाले जाम के कारण मरीज को लाने ले जाने वाली एंबुलेंस एवं स्कूल आने जाने वाले बच्चों के वाहन फंस रहे हैं और उन्हें भारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान कई बार एंबुलेंस में गंभीर मरीज होते हैं, तो उनकी मौत तक हो जाती है। इस गंभीर स्थिति के प्रति प्रशासन एवं पुलिस कतई चिंतित नजर नहीं आता।

सड़क सुरक्षा समिति की बैठकर बनी औपचारिकता

जिला कलेक्टर द्वारा सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक प्रति 3 महीने में एक बार आयोजित की जाती थी, जब से कलेक्टर अंकित अस्थाना पदस्त हुए हैं, तब से सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक शायद ही आयोजित हुई हो और वह हो भी जाती है तो उसमें चापलूस किस्म के लोगों को बुला लिया जाता है, जो केवल जी हुजूरी करने एवं अपनी शक्ल दिखाने के लिए जाते हैं। शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान द्वारा मुरैना में आने के पश्चात एक भी बार इसका संज्ञान नहीं लिया गया है और दोनों अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के कारण शहर की जनता तकलीफों का सामना कर रही है।

ट्रैक्टर ट्राली एवं अतिक्रमण के साथ पार्किंग ना होना बड़ी समस्या

शहर की चकनाचूर होती यातायात व्यवस्था में एक और शहर का अतिक्रमण एवं कमर्शियल भवन में संचालित बैंक तथा अन्य ऑफिस के पास पार्किंग के लिए जगह ना होना एवं शहर के अंदर ट्रैक्टर ट्रॉलीयो का प्रवेश धड़ले से होना, सबसे बड़ी समस्या है और इन्हीं के चलते शहर में जगह-जगह चौराहों पर जाम की स्थिति बनी हुई है। ऐसा लगता है जैसे किसी हाट बाजार में आ गए हों।

इनका कहना है….

चुनाव के चलते लोग व्यस्त थे और अब चुनाव समाप्त होने के बाद बाजार में लोग निकल रहे हैं। वाहनों की संख्या अधिक बढऩे के कारण ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ी हुई है, इसके बावजूद भी चौराहों पर यातायात पुलिसकर्मी लगातार जाम ना लगे, इसके लिए प्रयास करने में लगे हुए हैं।
रोहित यादव, यातायात प्रभारी, मुरैना