स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का भूमिपूजन कर मेरा मुख्यमंत्री बनना सफल हो गया। उन्होंने कहा कि अपने ह्रदय की संपूर्ण श्रद्धा उड़ेलकर हमने महाराणा प्रताप लोक बनाने का फैसला किया है। यह लोक इतना भव्य और दिव्य होगा कि दुनिया देखती रह जाएगी। उन्होंने इतिहास लिखने वालों पर भी इतिहास तंज कसते हुए कहा कि अकबर महान हो गए। अब हम सही इतिहास आने वाली पीढिय़ों को पढ़ाएंगें। महाराणा प्रताप की जीवनी भी हमें ठीक ढंग से नहीं पढ़ाई गयी। हम इतिहास बदल देंगे, जो सही है, वो आने वाली पीढिय़ों के सामने लायेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने महाराणा प्रताप का लोक बनाने में विचार किया है। आज की पीढ़ी लोक में जाकर महाराणा प्रताप के व्यक्ति से परिचित हो और उनको श्रद्धा के सुमन अर्पित करे। महाराणा प्रताप लोक की संरचना कुंभणगण से प्रेरित होगी।
ठाकुरों को साधने की कवायद
महाराणा प्रताप की 20 फीट ऊंची प्रतिमा लोक में लगाई जाएगी। लोक में मेवाड़ वंश के वीरों के जीवन चरित्र पर आधारित प्रदर्शनी होगी। चित्तौड़ में महाराणा कुम्भा द्वारा बनाए गए विजय स्तंभ की प्रतिकृति होगी। लोक में 2 हजार लोगों की बैठक क्षमता वाला आकाशीय मंच होगा। लोक के निकास मार्ग में प्रमुख युद्धों का चित्रण होगा। परिसर में जन-सुविधाएं, कैफेटेरिया और दुकानों का निर्माण होगा। इस अवसर पर राजस्व परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत, नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया, पंचायत मंत्री महेन्द्र सिसोदिया, औद्योगिक नीति एवं निवेश मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, नगरीय विकास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया, खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, राज्यस्तरीय दीनदयाल अंत्योदय समिति के अध्यक्ष रामपाल सिंह उपस्थित थे।
गलत इतिहास पढ़ाया गया
शिवराज सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कहा कि अद्भुत इतिहास रचा है। उनसे आने वाली पीढिय़ों को सीखने की जरूरत है। इतिहासकारों ने विकृत इतिहास पढ़ाया है। इतिहासकारों ने अकबर को महान बना दिया, लेकिन हमने तय किया कि हम इतिहास बदल देंगे। इतिहास में जो सही है, वो आने वाली पीढिय़ोंं के सामने लाएंगे। सरकार का काम केवल पुल, पुलिया, सड़क, कॉलेज, अस्पताल बनाना ही नहीं है, आने वाली पीढिय़ों को प्रेरणा देना भी है और सही ढंग से इतिहास बनाना भी है। कार्यक्रम में महाराणा प्रताप स्मारक पर आधारित एनीमेटेट फिल्म का प्रदर्शन किया गया। रामव्रत पाण्डेय और साथी कलाकारों ने महाराणा प्रताप के जीवन पर केंद्रित गीत-संगीतमयी प्रस्तुति दी।
ऐसा होगा महाराणा प्रताप स्मारक
स्मारक की संरचना में कुभलगढ़ दुर्ग से प्रेरित और महाराणा प्रताप की 20 फीट ऊँची प्रतिमा होगी। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के साथ ही मेवाड़ वंश के गौरव बप्पा रावल, खुमाण प्रथम, महाराणा हम्मीर, महाराणा कुम्भा, महाराणा सांगा एवं उदयसिंह के जीवन चरित्र की प्रदर्शनी दर्शायी जाएगी। महाराणा की जीवनी पर 20 मिनट की फिल्म के प्रदर्शन के लिए इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। मेवाड़ एवं महाराणा प्रताप के जीवन की घटनाओं और कलाकृतियों को प्रदर्शित करने वाली गैलरी बनाई जाएगी।