श्रेयांश गिरी में पंच कल्याण महोत्सव प्रारंभ, देश भर से जैन समाज के श्रद्धालु पहुंचे 

स्वतंत्र समय, पन्ना

अतिशय क्षेत्र श्रेयांश गिरी में श्री मज्जिनेन्द शांतिनाथ जिन बिम्ब पंचकल्याणक महा महोत्सव का प्रारंभ 18 नवंबर से भारी हर्षोल्लास पूर्वक प्रारंभ हुआ जिसमें प्रात: काल सलेहा से श्रेयांश गिरी तक 7 किलोमीटर की भव्य ऐतिहासिक घट यात्रा संपन्न हुई। घट यात्रा में स्थानीय तथा बाहरी देश भर से श्रद्धालू शामिल हुए। पोशाक एवं ध्वज के साथ, सौभाग्यवती महिलाएं मंगल कलश लेकर चल रहे थी साथ ही भारी संख्या में अन्य श्रद्धालु वर्ग भी शामिल होकर इस भव्य घट यात्रा की शोभा को बढा रहे थे। तदोपरांत सभी महिलाओं ने कार्यक्रम स्थल पहुंचकर भूमि शुद्धि, बेदी शुद्धि इत्यादि मांगलिक क्रियाएं संपन्न कराई।
इस पावन अवसर पर सर्व मुख्य कार्य ध्वजारोहण परम पूज्य गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महामुनिराज ससंघ के पावन सानिध्य में संपन्न हुआ। ध्वजारोहण करने का परम सौभाग्य महावीर ज्वेलर्स सतना को प्राप्त हुआ। जब ध्वज फहराया गया तो पूर्व दिशा की ओर वायुवेग होने से ध्वज पूर्व दिशा लहराया जो कार्यक्रम की निर्विघ्न समाप्ति का संकेत था। तत्पश्चात् पूज्य गणाचार्य श्री ने मंगल आशीर्वाद दिया। इसके पश्चात् गणाचार्य श्री विरागसागर जी महामुनिराज ने अपने प्रवचन्नाशो में अतिशय क्षेत्र श्रेयांशगिरि की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि यह क्षेत्र असीम पुण्य वर्गणाओं का क्षेत्र है। यहां एक भी जैन समाज का घर न होते हुए भी यह क्षेत्र इतनी वृद्धि कर रहा है यह पंचकल्याणक भी समस्त विश्व के लिए कल्याणकारी होगा। आगामी पांच दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजना होगा। प्रथम दिवस महामहोत्सव की शुरुआत है। इसके पश्चात् लगातार कार्यक्रम होते रहेगें।