सडक़ निर्माण में ठेकेदार की गड़बड़ियों पर नपा की चुप्पी

सोहेल खान, खिलचीपुर

प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी कायाकल्प सडक़ निर्माण योजना भी चंद ठेकेदारों की लापरवाही की भेंट चढऩे को नजर आती दिखाई दे रही है। कायाकल्प  योजना के  तहत शहर गाड़ गंगा नदी पुलिया से नेशनल हाईवे हृ॥ 52 तक डिवाइडर वाला रोड़ बनाने का कार्य चल रहा है  लेकिन अभी बीच में एक मीटर का डिवाइडर का कार्य  चल रहा जिसमें अनियमिता भर्ती जा रही हे  लेकिन देखने में आया है कि शहर में सडक़ निर्माण के घटिया कामों पर नपा अधिकारी और इंजीनियर ने अपनी चुप्पी साध रखी है। खुले तौर पर  आए दिन नगर परिषद द्वारा करवाने जा रहे कार्यो में गड़बडिय़ां सामने आने के बाद भी मामले में कार्रवाई न होना कही न कही अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यशैली को उजागर कर रहा है ।

सडक़ पर डिवाइडर अभी पूरे बने नहीं ओर हो गये जर्जर, पडऩे लगी दरारें नप. इंजीनियर की अनदेखी के चलते अभी रोड के शुरुआती काम में अभी-अभी डिवाइडर का निर्माण हुआ है, जिसमें घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है इस कारण बनने के साथ ही डिवाइडर में दरारें पड़ गई है यह तक  कहीं -कही तो टूट भी गई है। सडक़ निर्माण में अतिक्रमण कारियो को बचाने के लिए रोड़ को बना रहे टेड़ा मेड़ा। वहीं लोगों का कहना है कि सडक़ निर्माण कार्य के पहले निर्माण कार्य में आ रहे अतिक्रमण को नगरीय परिषद द्वारा नहीं हटाते हुये रोड को टेड़ा मेड़ा बनाया जा रहा है जिससे  सोमवारिया वासियों में रोष व्याप्त है।

स्टीमेट अनुसार ऐसे होना है सडक़ निर्माण

नगरी निकाय के अंतर्गत चल रहे एन एच -52 से सोमवारिया के सेतु ब्रिज पुलिया तक 490 मीटर  का 12.5 मीटर  चौड़ा कायाकल्प सडक़ निर्माण कार्य जिसकी लागत 44 लाख रुपये है। वर्तमान रोड के सेंटर में  1 मीटर बीचों बीच पेड़ -पौधो को लगाने की जगह  डिवाइडर बनाना है,वही डिवाइडर से दोनों तरफ 5-5 मीटर रोड पर डामरीकरण होना है, बची शेष  1.5 मीटर जगह में नाली निर्माण कार्य के लिये जगह छोडऩा है, लेकिन नगरी परिषद के अनदेखी के चलते रोड को मापदंड अनुसार नहीं बनाते हुये घुमावदार बनाया जा रहा है वही ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का उपयोग कर निर्माण किया जा रहा है । अब देखना यह है कि नगरी परिषद द्वारा चल रहे घटिया निर्माण को रोकेगी या फिर ऐसे ही चुप्पी साधे बैठी रहेगी।

इनका कहना है…

नगर परिषद की निगरानी में काम चल रहा है, वो जैसा कह रहे है हम वैसा कर रहे हैं, यदि गलत है तो तुड़वाये।

-संजय सक्सेना, ठेकेदार, महादेव पावर्स सीहोर

दिखवाता हूं में, यदि घटिया सामग्री लगाई है तो रिपेयर करवायेंगे नहीं तो तुड़वाकर नयी बनवाई जावेगी वही ठेकेदार को नोटिस देंगे।

-अमृतलाल बघेला, इंजीनियर नगर परिषद, खिलचीपुर।

उपयंत्री को भेज कर दिखाता हू, जो स्टीमेट में है वैसे काम चल रहा होगा यादि नही तो सुधार किया जावेगा।

अशोक पांचाल, नगर परिषद सीएमओ,  खिलचीपुर।