समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के नहीं बने केन्द्र और न ही हुई घोषणा

स्वतंत्र समय, बाड़ी
बाड़ी, बरेली क्षैत्र के अधिकांश किसानों द्वारा मुख्य रूप से बासमती धान की खेती की जाती है। बासमती धान में रोगो का प्रकोप अधिक होने से क्षैत्र के हजारो किसानों द्वारा समर्थन मूलय पर बिकने वाली गैर बासमती धान की भी खेती की जाने लगी है। पिछले वर्ष किसानों ने पंजीयन करवा कर हजारो कु. धान समर्थन मूल्य पर बैंची थी। नवम्बर माह समाप्त होने वाला है। अभी तक किस सहकारी संस्था द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीद की जाएगी, केन्द्रो की जानकारी का अभाव, असमन्जस की स्थिति बनी हुई है। चुनावों एवं दीपावली के कार्यो के साथ हुई बारिश के कारण धान की कटाई थ्रेसिंग का कार्य बंद हो गया है। जब तक तेज धूप निकलने के साथ मौसम साफ नहीं हो जाता, धान की कटाई का कार्य प्रभावित बना रहेगा। कही -कही अधिक बारिश होने से धान की क्यारियों में पानी भर जाने की भी स्थिति बनी, धान नरम और पानी में भींग जाने से थ्रेसिंग और कटाई नहीं हो पा रही है।

कब शुरू होगी समर्थन मूल्य पर खरीद

समर्थन मूल्य पर बिकने वाली अधिकांश धान किसानों द्वारा तैयार, उसको बारिश में नमी युक्त होने से बचाने किसान सक्रिय बने हुए है। समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू न होने से किसान अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने कम दामों पर बैंचने मजबूर बने हुए है। 10 दिनों तक लगातार मंडी में अनाज कारोबार धान की खरीद बिक्री बंद रही। सोमवार से मंडी खुली तो पिछले 3 दिनों से बारिश की बाधा और परेशानिया उठाना किसानों की मजबूरी बना हुआ है। अभी तक यह खुलासा नहीं हुआ कि किन स्थानों पर केन्द्र बना कर समर्थन मूल्य पर धान की खरीद होगी, किसान भारी पशोपेश में बने हुए है।