समुद्र में गूंजा…भारत माता की जय लुटेरों के चंगुल से बचे भारतीयों के चेहरे पर राहत

एजेंसी, नई दिल्ली

भारतीय नौसेना ने बहादूरी की एक ओर मिशाल पेश की है। उसने अपनी सूझबूझ से उत्तरी अरब सागर में हाईजैक हुए मालवाहक जहाज एमवी लीला नॉरफॉक में समुद्री लुटेरों के चंगुल में फंसे सभी 21 लोगों को बचा लिया, जिनमें 15 भारतीय भी शामिल हैं। इस घटना के बाद हर कोई भारतीय नौसेना की तारीफ कर रहा है। इन सबके बीच एक नौसेना ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें बचाए गए लोगों की खुशी साफ देखी जा सकती है। लोग भारत माता की जय के नारे लगाते और भारतीय नौसेना के जवानों को धन्यवाद देते नजर आए।

वीडियो में दिखी खुशी

भारतीय नौसेना द्वारा साझा किए वीडियो में एक भारतीय कहता दिख रहा है कि उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। वहीं, एक अन्य ने कहा कि 24 घंटे से डर में थे। अब हमें राहत मिली है। इसी बीच, एक शख्स ने कहा कि हम सब भारत की नौसेना पर गर्व महसूस करते हैं। फिर क्या था सब लोग एक सुर में भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।

ऐसे नौसेना ने जहाज को घेरा

नौसेना के मार्कोस कमांडो ने बताया था कि सूचना मिली थी कि जहाज पर हथियार से लैस पांच से छह लोग सवार हैं, जिनके बारे में कुछ जानकारी नहीं है। इस पर जहाज का पता लगाने के लिए तुरंत एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान पी-8 आई और लंबी दूरी के प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन को तैनात किया गया। आईएनएस चेन्नई ने शुक्रवार को दोपहर बाद करीब 3.15 बजे अरब सागर में सोमालिया के तट के पास अगवा पोत को घेर लिया था।

लुटेरों को दी चेतावनी

कमांडो ने बताया कि जवानों ने जहाज को चारों ओर से घेर समुद्री लुटेरों को जहाज को छोडऩे की चेतावनी दी। उसके बाद भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो अगवा पोत पर उतरे और उसकी तलाशी ली तो कोई लुटेरा वहां मौजूद नहीं था। ऐसे में लग रहा कि जब उन्होंने बड़ी संख्या में जवानों को देखा तो वो डर की वजह से वहां से भाग गए। फिलहाल, भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई कार्गो शिप एमवी लीला नॉरफॉक के पास मौजूद है। जहाज में बिजली उत्पादन और नेविगेशन सिस्टम को बहाल करके उसे अगले बंदरगाह तक यात्रा शुरू करने में मदद की जा रही है। हर कोई कर रहा तारीफ जहाज के मालिक लीला ग्लोबल के मुख्य कार्यकारी स्टीव कुंजर ने भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह जहाज पर मौजूद चालक दल की तारीफ करना चाहते हैं कि उन्होंने कठिन हालातों में होश न खोकर जिम्मेदारी से काम लिया।