सरकारी परिसर अतिक्रमण की चपेट में

स्वतंत्र समय, अनूपपुर

जिले के तहसील कोतमा के स्थानीय प्रशासन एसडीम, तहसीलदार, पटवारी, ग्राम पंचायत सरपंच, एवं सचिव के सह पर बेलिया बड़ी के शासकीय आराजी में दबंगों द्वारा लगातार आतिक्रमण किया जा रहा है, जिले के विकासखंड अनूपपुर तहसील क्षेत्र कोतमा अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलिया बड़ी विकास के नाम पर आंसू बहा रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां पर विगत कई वर्षों से शासकीय हाई स्कूल संचालित है परंतु अध्यापक छात्र छात्राओं के बैठने के लिए जगह भी नहीं है साथ ही दर्जनों गांव के बीच इसी परिसर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलिया बड़ी भी संचालित है जहां मरीजों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है ,कारण की हाई स्कूल एवं अस्पताल परिसर की शासकीय भूमि में गांव के बाहुबली, स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं सत्ता में बैठे लोगों द्वारा शासकीय भूमि को अतिक्रमण किया गया है, जिसके चलते विद्यालय परिसर का विकास पूर्णत: अवरुद्ध है, इतना ही नहीं विद्यालय के चारों ओर बाउंड्री वॉल, पेयजल, साफ सफाई की दिक्कत बनी रहती है कारण की गांव के सैकड़ो किसान विद्यालय परिसर के चारों ओर खलिहान बनाकर अपनी फसल रखते हैं वहीं पर धान की गहाई होती है, थेशर भी चलते हैं जिसका पूरा डस्ट विद्यालय एवं अस्पताल में भरा रहता है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इस विद्यालय परिसर में विगत 30 वर्ष पूर्व में एक अतिरिक्त कक्ष बना था जो अचानक दो दिन पूर्व में अपने आप ध्वस्त हो गया है । बताया गया है कि इस भवन को गिराए जाने के लिए विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य धनीराम अहिरवार द्वारा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार पत्राचार किया गया लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दिए। बड़ी बात यह है कि यह विद्यालय कल 25 दिसंबर की रात गिर गया अगर यह घटना दिन में हुई होती तो न जाने कितने बच्चे दुर्घटना के शिकार हो जाते । उल्लेखनीय है की विद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए भवन नहीं है बड़ी मशक्कत के बाद शासन प्रशासन द्वारा भवन निर्माण के लिए कुछ राशि बेलिया बड़ी विद्यालय को जारी कर विद्यालय परिसर में कमरे बनवाए जाने के आदेश दिए गए हैं उस निर्माण कार्य में भी ग्रामीणों की नजर लगी हुई है।
जन चर्चा है कि ग्राम बेलिया बड़ी के तथा कथित लोग उस भवन निर्माण में तरह-तरह की समस्याएं पैदा कर हिटलर शाही के साथ विद्यालय प्रबंधन एवं निर्माण एजेंसी को परेशान कर शासकीय काम में बाधा डाल रहे हैं।यहां के छात्र छात्राओं ने बताया कि विद्यालय परिसर में खेल के मैदान को ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है बाड़ी ,खेत खलिहान, बनाकर चारों तरफ से विद्यालय को घेर लिया हैं जिसके चलते यहां खड़े होने की जगह नहीं रहती ।
बल्कि खेत खलिहान का पूरा कचरा विद्यालय में जम जाता है वहीं मरीजों ने बताया कि बेलिया बड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस एवं इमरजेंसी वाहन नहीं आ पाते कारण की अस्पताल परिसर पहुंचने के लिए आज भी सडक़ नहीं है यहां के किसान एवं दबंग जनप्रतिनिधि जमीन को अतिक्रमण कर लिए हैं। ज्ञातव्य है विगत सप्ताह भवन निर्माण के लिए कार्य प्रारंभ हुआ जब गांव के लोगों को ठेकेदारी नहीं मिली तो तथाकथित लोगों ने विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य धनीराम अहिरवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें बदनाम करने का प्रयास किया गया है, ऐसी हरकत से जहां विद्यालय परिसर के अध्यापक एवं छात्राएं आहत हुए हैं वहीं जिले भर में ऐसे तथाकथित लोगों के प्रति आक्रोश व्याप्त है। शासकीय हाई स्कूल बेलिया बड़ी के परिसर में अध्ययन कर रहे छात्र छात्राएं, पूरे क्षेत्र के अध्यापक, अभिभावक, अस्पताल में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी, एवं मरीजों ने मध्य प्रदेश शासन के मंत्री दिलीप जायसवाल, जिले के न्यायप्रिय कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, जिला पंचायत सीईओ तन्मय वशिष्ठ शर्मा, पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह पवार, एसडीएम कोतमा, एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास अधिकारी अनूपपुर से मांग किए हैं कि शासकीय हाई स्कूल बेलिया बड़ी एवं अस्पताल परिसर के शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर शासकीय भवन निर्माण में सहयोग प्रदान करते हुए छात्र छात्राओं एवं अस्पताल में आनेवाले मरीजों के परेशानी को देखते हुए उचित निर्णय किया जाय।