सशक्त समाज खड़ा करने वाली शाखाएं ही शताब्दी वर्ष का लक्ष्य हैः सुरेश सोनी

स्वतंत्र समय, शाजापुर

संघ की एक शताब्दी की यात्रा अपनी आंतरिक शक्तियों के शून्य से शतक की यात्रा है। शताब्दी वर्ष में व्यक्ति निर्माण एवं समाज परिवर्तन के लिए कार्य करने वाली टोलियां मंडल स्तर तक मजबूत करना संघ का लक्ष्य है। भौगोलिक कार्य विस्तार के साथ ही कार्यकर्ताओं के निर्माण में सक्षम तथा समाज परिवर्तन में समाज की सुप्त एवं सज्जन शक्ति को साथ लेकर कार्य करने वाली टोलियां सक्रिय एवं मजबूत करना है। भौगोलिक रूप से सर्वव्यापी, विभिन्न समाज समूहों में सर्वस्पर्शी एवं समाज के सभी समूहों के सभी वर्गों में सर्वेंकश काम के द्वारा सबल, सशक्त, सच्चरित्र और समरस भारत का निर्माण करना है जो कि सम्पूर्ण दुनिया को सुख-शांति के लिये अनिवार्य है।

उक्त विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी ने मालवा प्रांत के प्रांत सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में व्यक्त किए। शाजापुर में शुक्रवार शाम से प्रारंभ हुए प्रांत कार्यकर्ता सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में सोनी ने पर्यावरण, कुटुंब-प्रबोधन, सामाजिक समरसता, स्वावलंबन, स्वदेशी और नागरिक शिष्टाचार के पालन जैसी समाज परिवर्तन की गतिविधियों में समाज की सज्जन और सुप्त शक्ति को उनकी रूचि और क्षमता के अनुरूप जोडऩे हेतु कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण और योजना पर बल दिया।

नीचे की इकाईयों तक संगठन एवं जागरण श्रेणी के लक्ष्य बिन्दुओं माइल स्टोन के निर्धारण और सतत् मूल्यांकन की योजना तथा प्रशिक्षण द्वारा संघ कार्य का विस्तार एवं इसके द्वारा प्रेरणादायी तथा समाज परिवर्तन की वाहक शाखायें खड़ी करना, संघ का शताब्दी वर्ष का लक्ष्य है। प्रति तीन वर्षों में आयोजित होने वाले संघ के प्रांत कार्यकर्ता सम्मेलन में मालवा प्रांत के संघ की रचना के आठ विभागों एवं अट्ठाईस जिलों की सभी खंड टोली, जिला, विभाग एवं प्रांत कार्यकारिणी के 1084 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। सोनी, क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी एवं प्रांत संघचालक श्रीकृष्ण शास्त्री द्वारा भारत माता पूजन एवं दीप-प्रज्वलन के साथ उद्घाटन सत्र का शुभारंभ किया गया।

इस दौरान निर्णय लिया गया कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के आमंत्रण को लेकर स्वयंसेवक समाज में जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व श्रीरामजन्मभूमि के लिए हुए संघर्ष के इतिहास, समाज के बलिदान और हिन्दू समाज के समर्पण के विषय को समाज के बीच ले जाने तथा पूरे देश में गांव-मोहल्लों तक सभी सम्पूर्ण समाज के बीच मंगलमय उत्सव मनाने में स्वयंसेवक सक्रिय भूमिका का निर्वहन करेंगे। इस अभियान की योजना, क्रियान्वयन पर भी चर्चा सम्मेलन में होगी। सम्मेलन में आगामी वर्ष के कार्य बिन्दुओं पर चर्चा के अतिरिक्त पर्यावरण, समरसता, कुटुम्ब-प्रबोधन तथा नागरिक शिष्टाचार जैसे महत्वपूर्ण विषयों को लेकर समाज जागरण पर मंथन होगा।