सियासी बवाल पर उबाल छतरपुर, गढ़ाकोटा और लहार में भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने

स्वतंत्र समय, भोपाल

मतदान हुए तीन दिन बीत गए, लेकिन उस दिन से आज तक मप्र विधानसभा चुनाव में विवाद और संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। अटेर के विवाद पर निर्वाचन आयोग ने विवादित केंद्रों में तो पुनर्मतदान की घोषणा कर दी है, लेकिन खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के छतरपुर में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के दो दिन हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र में चल रहे इस सियासी घमासान में नजर बनाए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के पहुंचने के बाद दखल देने पर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रम सिंह नातीराजा और उनके समर्थकों पर क्रास एफआईआर हो गई है। इधर,, कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव के गढ़ गढ़ाकोटा में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति पटेल पर हुए प्राण घातक हमले को लेकर मामला तब गरमा गया, जब इस मामले को लेकर गढ़ाकोटा थाने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे और तीन घंटे तक थाने में बैठे रहे।

वीडी शर्मा की दखल पर क्रॉस एफआईआर

चुनावों के बाद से छतरपुर के राजनगर में सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस प्रत्याशी नातीराजा के समर्थक सलमान की मौत के बाद पुलिस ने दूसरे पक्ष पर भी मामला दर्ज कर लिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पहुंचने के बाद यह एफआईआर भाजपा पक्ष द्वारा दर्ज करवाई गई है। कांग्रेस प्रत्याशी कुंवर विक्रम सिंह नातीराजा सहित 12 लोगों पर 307 धारा के तहत मामला दर्ज किया है। भाजपा प्रत्याशी अरविंद पटेरिया सहित 20 लोगों पर 302, 307 के अलावा अन्य धाराओं के तहत हुई एफआईआर के मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ छतरपुर के कलेक्ट्रेट एवं एसपी कार्यालय पहुंचे। शर्मा ने इस मामले में शिकायती आवेदन देते हुए निष्पक्ष जांच करने की मांग उठाई है, जिस पर अधिकारियों ने भरोसा जताया है कि मामले की गहराई से निष्पक्ष जांच होगी।

पहले दिग्विजय, अब वीडी शर्मा

कांग्रेस नेता सलमान खान की मौत के मामले में अरविंद पटेरिया पर गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस का कहना था कि पटेरिया के समर्थकों ने वाहन से कुचलकर सलमान की हत्या की है। हालांकि, पटेरिया ने इस मामले को कांग्रेस का षड्यंत्र बताया था। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह खजुराहो पहुंचे थे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दिया था। अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पहुंचे हैं।

गोपाल भार्गव के गढ़ में पहुंचे दिग्विजय, तब हुए केस दर्ज

सागर जिले के रहली विधानसभा में मतदान के बाद गढ़ाकोटा में दो पक्षों में बवाल होने के बाद से सियासत गरमाई हुई है। इस मामले में प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाई से संतुष्ट नहीं होने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी गढ़ाकोटा पहुंचे। इस मामले में 70 से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें 5 लोग नामजद हैं और उन्हें हिरासत में लिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि गोपाल भार्गव के इलाके से इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं कि लोगों को परेशान किया जा रहा है।

सुनियोजित तरीके से कराया हमला?

दिग्विजय सिंह का कहना है कि यह पूरा घटनाक्रम सुनियोजित तरीके से कराया गया है। जिन लोगों ने यह क्राइम किया है, उनका फरियादी से कोई लेना देना नहीं है। गाडिय़ां तोड़ दी, दुकान में घुसकर मारपीट की और जो चार लोग पकड़े गए वह इसमें शामिल भी नहीं थे, ऐसी जानकारी मिली है। पूरे केस को रफा-दफा करने का प्लान था, लेकिन कांग्रेस पार्टी दृढ़ता से इसका मुकाबला करती आई है और करेगी। झूठी एफआईआर हो रही जिलाबदर की कार्रवाई हो रही। दिग्विजय सिंह ने कहा कि चाहे राजनगर हो, चाहे रहली हो, पहले ही निर्वाचन आयोग को शिकायत की थी, लेकिन कार्यवाई नहीं होने की वजह से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं।

नेता प्रतिपक्ष भड़के, मत पत्र गायब करने का लगाया बड़ा आरोप

विवादों के बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने लहार विधानसभा में मतदान पत्र गायब करने का आरोप लगाया है। उन्होंने चुनाव आयोग में इस मामले की शिकायत करने की बात कही है। सिंह ने आरोप लगाया कि लहार में शासकीय कर्मचारी, दिव्यांगों और बुजुर्गों द्वारा किए मतदान के मत पत्र गायब हुए हैं। उन्होंने कुल 1635 मतदान पत्र गायब होने का दावा किया है।

गड़बड़ी का आरोप

लहार प्रत्याशी गोविंद सिंह ने कहा कि विधानसभा के शासकीय कर्मचारियों के मतपत्र गायब कर दिए हैं। पता नहीं कहां रखे गए हैं। निर्वाचन अधिकारी सहायक लहार से भी पूछा, उन्होंने मना कर दिया। भिंड के जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा गड़बड़ी करने की संभावना है। इसकी जांच की जाए। इसकी शिकायत मध्य प्रदेश निर्वाचन अधिकारी को भी की है।