सुषमा ने ब्रेन डेड पति के अंगदान कर बचाई 3 जिंदगी, पुलिस बैंड ने दी सलामी

स्वतंत्र समय, भोपाल

दुर्घटना में घायल हुए पति के ठीक होने की आस में अस्पताल के कॉरिडोर में बैठीं सुषमा अवस्थी हर पल यही प्रार्थना कर रही थीं कि उनके पति किसी तरह भी ठीक हो जाएं। लेकिन, पति राजेश की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। अंतत: डॉक्टर्स ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया।
जब ये बात सुषमा अवस्थी को बताई गई तो वे बेसुध हो गईं। होश में आने के बाद वे किसी तरह भी मानने तैयार नहीं थीं कि अब उनके पति राजेश कभी ठीक नहीं हो सकेंगे। इसके बाद बंसल अस्पताल के डॉक्टर्स ने सुषमा की काउंसलिंग की। उन्हें पूरी बात समझाने के साथ ये भी बताया कि अगर वे इसी हालत में राजेश का अंगदान कर देती हैं तो इससे दो-चार लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है।पहले तो वे मानने तैयार नहीं हुईं। डॉक्टर्स और परिजन के समझाने के बाद उन्होंने पति के अंगदान करने की हामी भर दी। भले ही राजेश अब दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वे तीन लोगों को नई जिंदगी दे गए। अब लोग सुषमा अवस्थी के इस फैसले की तारीफ कर रहा है। हर्षवर्धन नगर निवासी राजेश अवस्थी निजी कंपनी में सर्विस करते थे। परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा है। वो 11वीं क्लास में पढ़ता है।
जब राजेश अवस्थी की पार्थिव देह अस्पताल के बाहर परिजनों को सौंपी गई, उस समय पुलिस बैंड ने उन्हें धुन बजाकर सलामी दी। अंगदान के बाद प्रक्रिया पूरी होने के बाद राजेश अवस्थी की पार्थिव देह अस्पताल से बाहर लाई गई। अस्पताल के कॉरिडोर को फूलों से सजाया गया था। परिजनों को पार्थिव शरीर सौंपने से पहले अस्पताल प्रबंधन ने राजेश की पत्नी सुषमा और परिजनों का सम्मान किया। इस दौरान पुलिस बैंड ने धुन बजाकर सलामी दी।

24 नवंबर को हादसे में हुए थे घायल

24 नवंबर को दुर्घटना में घायल 53 साल के राजेश अवस्थी को गंभीर हालत में बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके सिर में गहरे घाव थे। सीटी स्कैन में पता चला कि हादसे में सिर में घाव होने के साथ-साथ ब्रेन हैमरेज भी हुआ है। न्यूरो सर्जन और इंटेंसिविस्ट, अधिकृत विशेषज्ञ सहित 4 डॉक्टर्स की ब्रेन डेथ सर्टिफिकेशन कमेटी ने क्लिनिकल जांच और एपनिया परीक्षण सहित मेडिकल जांच करके उन्हें ब्रेन स्टेम डेड घोषित कर दिया।