सेंधवा सीईओ उईके को चार लाख अस्सी हजार लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथों पकड़ा, मांगी थी पांच लाख की रिश्वत

स्वतंत्र समय, भोपाल

प्रदेश के बड़वानी शहर में मंगलवार को इंदौर लोकायुक्त ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के सेंधवा जनपद सीईओ रमाकान्त उईके को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ पांच लाख की रिश्वत मांगने की शिकायत की गई थी। लोकायुक्त ने ये कार्रवाई अंजनगांव के सचिव सुनील ब्राह्माणे की शिकायत पर की है। बताया जा रहा है कि जनपद पंचायत के सीईओ को चार लाख अस्सी हजार रुपए लेते हुए पकड़ा गया है। सेंधवा विकासखंड की ग्राम पंचायत लवानी के सहायक सचिव और ग्राम पंचायत अंजनगांव के प्रभारी सचिव के पद पर पदस्थ आवेदक द्वारा लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में यह शिकायत की गई थी।

शिकायत में उल्लेख किया गया है कि मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्राम जुलवानिया में स्थित स्कूल में बाउंड्री वॉल निर्माण होना है, इसकी स्वीकृत राशि के बाद सीईओ के तरफ से निरीक्षण किया गया। इसके अनुसार बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं किया गया था, जिसके बाद सीईओ ने आवेदक के विरुद्ध मनरेगा एक्ट की धारा के तहत 92 का प्रकरण एवं प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जाने के एवज में रिश्वत राशि के रूप में पांच लाख रुपए की मांग की गई थी। आवेदक की शिकायत पर जांच की गई, तो मामला सही पाया गया। जिसके बाद आरोपी को 5 लाख राशि देने के दौरान ट्रैप किया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 7 भ्र.नि. अधि. के तहत कार्रवाई की जा रही है। लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण बघेल ने बताया कि इंदौर लोकायुक्त की टीम ने बड़वानी जिले के सेंधवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) रविकांत उइके ने 5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। सचिव से मनरेगा के कार्यों में अनियमितता दर्शा कर रिश्वत की मांग की गई थी, जिसके बाद सचिव ने लोकायुक्त को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की जांच कर कार्रवाई की गई।