हड़ताल का फायदा : पीएम 2.5; 74 से 55 पर आया, 5 साल पुराने इंदौर की झलक मिली

स्वतंत्र समय, इंदौर

ट्रक ड्राइवर्स और भार वाहन चालकों व मालिकों की हड़ताल ने जहां शहर, प्रदेश और देश को हलाकान किया तो वहीं इसका सकारात्मक असर पर्यावरण पर दिखा। एकबारगी रोजाना भारी भरकम जाम से जूझने वाले रास्तों पर वाहनों की आवाजाही कम होने से लोगों को भारी राहत मिली। ऐसा लगा कि यह तो पांच साल पुराना इंदौर है। वहीं कम गाडिय़ां चलने से एक्यूआई भले ही 149 रहा हो लेकिन पीएम 2.5 की स्थिति आदर्श रही। सुबह यह 74.1 था तो दोपहर में यह 55 पर आ गया। पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति पर असर को देखते हुए पेट्रोल पंप कर कतारें लग गईं। थर्टी फर्स्ट में आउटिंग के लिए बाहर निकले परिवारों की फजीहत हो गई क्योंकि वापसी में रास्ते बंद मिलने के साथ ही रात में ही पेट्रोल पंपों पर कतारें लग गईं।

सुबह से ही जाम लगा इन रूट्स पर

इंदौर-भोपाल,इंदौर-उज्जैन, इंदौर-धार रूट सुबह से जाम हो गए। प्रदर्शनकारियों ने सडक़ पर मोर्चा संभाल कर कार चालकों को भी रवाना कर शुरू कर दिया। टैंकरों की आपूर्ति रुकने के अंदेशे में पेट्रोल पंपों पर कतार लग गई, नतीजतन कई पेट्रोल पंप दोपहर तक ड्राय हो गए।

पीएम 2.5, कण प्रदूषण से यह खतरा

जब हवा का स्तर अस्वास्थ्यकर होता है तो सूक्ष्म कणों (पीएम 2.5 ) से कण प्रदूषण चिंता का विषय होता है। पीएम 2.5 के अस्वास्थ्यकर स्तर में सांस लेने से हृदय रोग,  अस्थमा और  जन्म के समय कम वजन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है । अस्वास्थ्यकर स्तर से दृश्यता भी कम हो सकती है और हवा धुंधली दिखाई दे सकती है। इसका लेवल 0 से 50 आदर्श माना गया है, वहीं 51 से 100 रोगों के प्रति संवेदनशील वर्ग को प्रभावित कर सकता है। 101 से 150 अस्वास्थ्यकर माना गया है और हृदय के साथ फेफड़ों की बीमारी वाले, वृद्ध, बच्चों और किशोरों की सेहत के लिए नुकसानदेह है। वहीं सैर-सपाटे के लिहाज से प्रतिकूल है। 151 से 200 के बीच पीएम 2.5 का स्तर सभी आयु वर्ग के लिए खतरनाक माना गया है, यह रेड जोन कैटेगरी में आता है। 201 से 300 को चेतावनी स्तर पर माना गया और समूह गतिविधियों की पाबंदी का सूचक है।

बसें रुकने से यात्री परेशान रहे

इंदौर से चलने वाली लगभग 200 बसें बंद होने से यात्रियों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है। कई लोगों ने अपनी यात्राएं स्थगित की हैं। बताया जा रहा है कि शाम तक स्थिति सामान्य हो सकती है।

उपनगरीय नौकरीपेशा व कामकाजी लौटे

इंदौर से देवास, धार, पीथमपुर, उज्जैन काम पर जाने वालों की हड़ताल के चलते फजीहत हो गई। ट्रक ड्राइवर्स अपनी तय रणनीति के तहत सडक़ों पर डट गए और भारी वाहनों के साथ ही कार चालकों को भी लौटा दिया। इससे जाम में उलझे नौकरीपेशा और कामकाजी अपने कार्यस्थल पर पहुंचने की बजाय वापस किसी तरह अपने घर लौटे। धार में पोलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ाने वाले इरफान खान ने बताया कि हड़ताल करने वालों ने रास्ता रोक रखा है, ऐसे में ड्यूटी पर नहीं जा सके और वापस लौटना पड़ा। वे कार चालकों को भी नहीं जाने दे रहे थे। इरफान अपने सहकर्मियों के साथ कार पुलिंग कर इंदौर से धार जा रहे थे।

सप्लाई नार्मल हो जाएगी

इंदौर पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह वासु ने बताया कि इंदौर के अधिकांश पंपों पर पेट्रोल खत्म हो गया है लेकिन घबराने की बात नहीं है क्योंकि ड्राइवरों की हड़ताल वापस हो रही है इसलिए सप्लाय नॉर्मल हो जाएगी। जिला प्रशासन ने मांगलिया डिपो पर सभी एसोसिएशन की बैठक बुलाई है।

कलेक्टर ने मांगलिया से सुरक्षा के बीच निकलवाए पेट्रोल-डीजल के टैंकर

कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कहा कि शहर में पेट्रोल और डीजल की कमी नहीं होने देंगे। शहर के पेट्रोल पंप के लिए मांगलिया डिपो से पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के साथ निकले 15 पेट्रोल डीजल टैंकरों से जल्द ही पंपों तक पहुंचाया जा रहा है। पेट्रोल-डीजल की आम जनता को परेशानी नहीं होगी। वहीं मांगलिया डिपो से पेट्रोल-डीजल के टैंकर रवाना हो गए।

सभी पंपों पर ईंधन रवाना, सुबह तक आपूर्ति सुचारू होने की उम्मीद

  • पेट्रोल-डीजल टैंकर पंपों पर पहुंचने शुरु हुए। शहर में 95 पंप है, रात तक लगभग सभी पर तेल पहुंच जाएगा।
  • इंदौर-भोपाल मार्ग के जाम खुल चुके हैं, एआईसीटीएसएल ने भी शाम को भोपाल बस रवाना की है, खबर है कि रास्ते में कोई समस्या नहीं हुई
  • एआईसीटीएसएल की सिटी बस, आई बस व अन्य ट्रांसपोर्टेशन भी मंगलवार सुबह सामान्य चलाने की तैयारी है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए इसे जारी किया जाएगा
  • कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि जरूरी तेल, गैस व अन्य आपूर्ति पर बाधा नहीं आए और सतत नजर रखी जाए। ट्रैफिक बाधित नहीं होने दिया जाए। यात्रियों की सुरक्षा और जनता की जरूरत का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाए।
  • कलेक्टर ने खरगोन में सीएम की मीटिंग में जाने के दौरान भी लगातार मोबाइल से अधिकारियों व अन्य एसोसिएशनों से चर्चा कर मामले को सुलझाने की दिशा में खास प्रयास किए।