हताशा में डूबी कांग्रेस मध्यप्रदेश में हिन्दू विरोधी तुष्टीकरण की नीति पर आमदा हो गई है : जयभान सिंह पवैया

स्वतंत्र समय, ग्वालियर
कांग्रेस इस समय हताशा और निराशा से भरी हुई है और अपने अस्तित्व को लेकर चिंतित है। आज इसलिए मैं कांग्रेस की हताशाभरी नीति पर चर्चा के लिए आया हूं। देश की जनता आतंकवादियों के खिलाफ खड़ी है और और कांग्रेस नेता हमास आतंकवादियों के समर्थन में हैं। हताशा में डूबी कांग्रेस मध्यप्रदेश में हिन्दू विरोधी तुष्टीकरण की नीति पर आमदा हो गई है। कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ तुष्टिकरण और गोलबंदी के लिए काम करती है। इस समय कांग्रेस के नेता चुनावी हिंदू बनकर मंदिर-मंदिर भटक रहे हैं। मैं इनको चुनावी हिंदू इसलिए कहूंगा क्योंकि जो श्रीराम मंदिर का विरोध करते थे, जिन्होंने श्रीराम के अस्तित्व को ही नकार दिया था और श्रीराम मंदिर के निर्माण के विरोध में खड़े थे। जनता इनकी असलियत जान गई है और चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी। यह बात भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री एवं महाराष्ट्र के सहप्रभारी जयभान सिंह पवैया ने शुक्रवार को संभागीय मीडिया सेंटर में पत्रकार-वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
जयभान सिंह पवैया ने कहा कि मध्यप्रदेश में विकास और गरीब कल्याण के मुद्दों पर कांग्रेस पिछड़ चुकी है। उसके पास इन मुद्दों के निराकरण का कोई रोडमैप नहीं है और न ही चुनाव में ऐसा कोई मुद्दा लेकर आई है, जिसके मुद्दे पर वोट मांग सकें। कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ तुष्टिकरण और गोलबंदी के लिए काम करती है। कांग्रेस चुनाव से पहले हनुमान चालीसा और रामकथा पढक़र वे मंदिर-मंदिर भटक रहे हैं। यह सब वे इसलिए कर रहे हैं कि जिससे की सनातनी वोट उन्हें मिल जाएं। उन्होंने कहा कि मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब श्रीराम मंदिर की नींव रखी जा रही थी और श्रीराम मंदिर के निर्माण के पक्ष में पोस्टर लगे थे उन पोस्टरों को लेकर यही कांग्रेसी अभी चुनाव आयोग के शरण में पहुंचे थे और आज भाजपा पर लाक्षन लगाते हैं। हमने कब कहा कि श्रीराम हमारे हैं, श्रीराम तो सबके हैं। अगर आप श्रीराम को मानते हैं तो श्रीराम के साथ खड़ा होना भी सीखिए, उनके पक्ष में बोलना भी सीखिए। यदि आप वोट पाने के लिए यह सब कर रहे हैं। मैं कांग्रेसियों से पूछना चाहता हूं कि अगर कांग्रेसियों को राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण सहन नहीं हो रहा है तो कांग्रेसी नेता अपने नेताओं के पोस्टर बाबरी मस्जिद के साथ क्यों नहीं लगा रहे हैं। जब कारसेवा के वक्त निहत्थे रामभक्तों का खूना बहा था, जब कलंक का ढांचा बाबरी मस्जिद ढह रहा था तो हमारे वरिष्ठ नेतागण सुश्री उमाभारती जी और मैं स्वयं मौजूद था।

कांग्रेसी तो आधुनिक कालनेमी हैं

महाराष्ट्र के सहप्रभारी श्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि कांग्रेसी तो आधुनिक कालनेमी हैं। मैं इन कांग्रेसियों से पूछना चाहता हॅू कि जब मंदिर की नींव रखी जा रही थी उस समय ये कांग्रेसी साथ क्यों नहीं खड़े थे, क्या ये चुनाव से पहले कभी आयोध्या गए थे, अगर ये गए थे तो रामलला के दर्शन करते हुए एक फोटो ही दिखा दें, मैं चुनौती देता हूं कि ये सिर्फ चुनाव के लिए स्वयं को रामभक्त होने का दावा कर रहे हैं। आज भी ये कांग्रेसी बांबरी के ढांचे को शहीद बताते हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वे अगर बाबरी ढांचे को शहीद बताते हैं तो ये बताएं कि वे रामभक्तों के साथ हैं या बाबर के अनुयायियों के साथ, स्पष्ट करें।

कांग्रेसी सनातनियों को नफरती हिन्दू कहकर दंगाइयों का समर्थन कर रहे हैं

जयभान सिंह पवैया ने कहा कि 1992 से लेकर आज तक कांग्रेस की श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मप्र कांग्रेस के नेता कमलनाथ जी अगर आज तक अयोध्या गए हों और मैं तो श्रीमती प्रियंका से आग्रह करता हूं कि अगर वह भी अयोध्या गईं हैं तो अपने आयोध्या वाले फोटो जारी करें। कांग्रेसी पहले सनातनियों को हिंदू आतंकी कहकर बुलाते रहे हैं और अब नफरती हिंदू कहकर दंगाईयों का समर्थन करते हैं। यही कारण है कि देश जब आतंकियों के खिलाफ है तो यह हमास का समर्थन करके उनके साथ खड़े दिखाई देते हैं। कांग्रेसी हमेशा से ही पीएफआई और गजवा हिंद जैसे संगठनों के साथ खड़े दिखाई देते हैं। सर तन से जुदा करने वाले नारे लगाने वालों के साथ खड़ी होने वाली इन कांग्रेसियों की नीयत और मानसिकता स्पष्ट दिखाई देती है कि कितने सनातनी हैं। वैसे भी इनके नेता सनातनियों की डेंगू और मलेरिया से तुलना करते रहते हैं, इसलिए इनसे सचेत रहने की जरूरत है। श्री पवैया ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू ने अपने आपको एक्सीडेंटल हिंदू बताया था तो फिर इनके वंशज हिंदू होने का दिखावा क्यां करते हैं। ये माथे पर चंदन लगाकर वोट मंगाते है और जब काम नहीं चलता है तो हरे चादर से ढंकने का काम भी ये ही करते हैं।

हमेशा दंगाइयों के साथ खड़ी रही है कांग्रेस

महाराष्ट्र के सहप्रभारी श्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि राउ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के उस बयान, जिसमें उन्होंने कि मैं नफरती हिंदू नहीं हूं, तो क्या बाकी 120 करोड़ हिंदू नफरती हैं। खरगोन के कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी द्वारा हमास के आतंकवादियों को इजरायल द्वारा युद्ध में मारे जाने पर आंसू बहाना क्या दिखाता है। क्या कांग्रेस दंगाईयों के साथ नहीं है। सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में कांग्रेस द्वारा आतंकवादियों के समर्थन में प्रस्ताव पारित करना क्या मानवता के दुश्मन का समर्थन घुटने जैसा नहीं है। उज्जैन में महाकाल की सवारी पर थूक फेंकने वालों पर जब प्रशासन ने बुलडोजर चलाया तब कांग्रेस ने आंसू बहाएं। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को जब राममंदिर का निर्माण पूर्ण होगा तब देश के हर घर में दिये जलेंगे तो क्या कमलनाथ के घर मातम मनाया जाएगा। हताशा में डूबी कांग्रेस हिंदू विरोधी तुष्टिकरण पर आमदा हो गई है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट डॉ. धनंजय गिरी, जिलाध्यक्ष श्री अभय चौधरी, प्रदेश प्रवक्ता श्री बृजगोपाल लोया, प्रदेश मीडिया विभाग के सदस्य श्री बृजराज सिंह, संभागीय मीडिया प्रभारी श्री राजलखन सिंह, जिला मीडिया प्रभारी श्री नवीन चौधरी एवं ग्रामीण मीडिया प्रभारी श्री जिनेंद्र गुर्जर उपस्थित थे।