स्वतंत्र समय, श्रीधाम
विगतदिवस समीपवर्तीधार्मिक स्थल परमहंसी गंगा आश्रम झोतेश्वर में सीमोल्लंघन के पश्चात बरहटा से लौटकर झोतेश्वर स्थित मेला ग्राउंड मंच पर पहुंचकर परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष् पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमपूज्य शंकराचार्य स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराजजी ने अपनी अमृतमय वाणी से धर्म सभा को संबोधित करते हुए कहाकि हमारे धर्मशास्त्रों ने हमें सिखाया हैकि हरि और गुरु की निन्दा सुनने वाले को गौ हत्या का पाप लगता है परन्तु आज ये विडम्बना है कि फिल्मों और टीवी सीरीयल्स के माध्यम से हमें मनोरंजन के नाम पर ऐसे दृश्य दिखाए और सुनाए जा रहे हैं।
समाज में आज कोई ऐसी संस्था नहीं जो ये बताएकि ऐसे दृश्य को देखने से पाप लगता है,इसीलिए धर्म सेन्सर बोर्ड की स्थापना की गयी है और निकट भविष्य में आप सबको धर्म सेन्सर बोर्ड से प्रमाणित फिल्म देखने को मिलेगी जिससे आप सभी धर्म शास्त्र की दृष्टि से दोष के भागी न बनें,पूज्य गुरुदेव ने कहाकि देश को धीरे-धीरे ईसाइयत की ओर ले जाया जा रहा है हम कब हिन्दू से इसाई होते जा रहे यह हमको ही नहीं पता आज 90 प्रतिशत लोगों को माथे से तिलक मिट चुका है लोगों ने सिर पर चोटी रखना छोड दिया है और वेशभूषा भी ईसाईयों का सा अपनाकर गौरव का अनुभव कर रहे हैं,उन्होंने सनातनी माताओं की प्रशंसा करते हुए कहाकि आज पुरुषों की अनेक्षा माताएं प्रशंसनीय हैं क्योंकि उन्होंने आज भी भारतीय वेशभूषा और सिन्दूर,तिलक आदि लगाना नहीं छोड़ा है,कार्यक्रम के धर्म सेन्सर बोर्ड के नये अध्यक्ष गौरव तिवारीजी के माध्यम से मुम्बई से 5 फिल्म निर्माता आए जिन्होंने परमाराध्य के समक्ष यह वचन दियाकि वे जो भी फिल्मबनाएंगे वह धर्म सेन्सर बोर्ड के मानकों पर खरा उतरेगी,परमाराध्य ने इन सभी निर्माता निर्देशकों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया, प्रवचन के पूर्व श्री आहानाकृष्ण पाठक,श्लोका पाठक, सुदीक्षा पाठक और सन्दीपजी ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किए,आहाना पाठक ने साध्वी पूर्णाम्बाजी द्वारा हिन्दी भाषा में रचित ज्योतिर्मठ शङ्कराचार्य की बिरुदा वली का गान प्रस्तुत किया।ज्योतिर्मठ से पधारे श्री बृजेश सती जी ने अपने उद्बोधन में ब्रह्मलीन द्विपीठाधीश्वरजी महाराज के प्रति अपने श्रद्धासुमन व्यक्त किए,वही पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष पीठाधीश्वर महाराज ने ब्रह्मलीन शंकराचार्य जी महाराज की सेवा में लगे हुए वरिष्ठ गुरुभक्तों को शंकराचार्य सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।
चातुर्मास सेवा सम्मान से सम्मानित हुए
वही पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य ज्योतिष पीठाधीश्वर महाराज के चातुर्मास कार्यक्रम में जिन जिन लोगों ने अपनी सहभागिता दी है और जिनजिन सेवाओं में लगेरहे हैं उन सभीको चातुर्मास सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। पूज्य जगतगुरु शंकराचार्य जी महाराज चातुर्मास सीमा उल्लंघन करने ग्राम बरेहटा शंकराचार्य बाल लीलाधाम राजयोग आश्रम पहुंचे जहां पर आचार्य महामंडलेश्वर रामकृष्णानंदजी ने पूज्य शंकराचार्य जी महाराज की आगवानी की,जहां पर पूज्य महाराजश्री ने वहां पर मंदिर में जाकर पूजन अर्चन किया महाराजाश्री की पादुका पूजन,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति हरनारायण तिवारी एवं अन्य जनों ने किया पूज्य महाराजश्री ने गुरुभक्तों को संबोधित करते हुए कहाकि पूज्य शंकराचार्यजी का यह बाल लीलाधाम, अत्यंतही मनोहारी है वही
आचार्य ने मां भगवती की प्राण प्रतिष्ठा की, मंदिर का नवीनीकरण कराया
उन्होंने बतायाकि जब मैं मां दुर्गाजी को छात्र पहना रहा था,तो मुझे ऐसा लगा कि जैसे मां दुर्गा ऊपर सर कर कर छत्र चढ़ते हुए देख रही है,वहीं उन्होंने नरसिंहपुर मंगलम को लेकर लोगों से नरसिंहपुर का मंगल करने कहा,सीमा उल्घन कार्यक्रम ग्राम बरेहटा मेंअग्निपीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर रामाकृष्णानन्द जी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति नारायण तिवारी टिंकू अग्रवाल लक्ष्मीनारायण तिवारी सहितबड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित रहे मंच पर प्रमुख रूप से शंकराचार्यजी महाराज के निजी सचिव चातुर्मास्य समारोह समितिअध्यक्ष ब्रह्मचारी सुबुद्धानन्द जी ज्योतिष्पीठ पं.आचार्य रविशंकर द्विवेदी शास्त्रीजी ज्योतिषपीठ शास्त्री पं.राजेन्द्रशास्त्रीजी, दंडीस्वामी श्री अम्बरीशानन्दजी महाराज ब्रह्मचारी आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए,मंच पर प्रमुख रूप से पूज्यपाद शंकराचार्यजी महाराज की पूर्णाभिषिक्त शिष्या साध्वी पूर्णाम्बा एवं साध्वी शारदाम्बा परम हंसी गंगा आश्रम व्यवस्थापक सुंदरपांडे ब्रह्मचारी मुकुंदानंदजी ब्रह्मचारी राघवानंदजी ब्रह्मचारी परमात्मा नंदजी उपस्थित रहे मंच का संयोजन श्री अरविन्द मिश्र एवं संचालन,राजकुमार तिवारी ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से ब्रम्हचारी विमलानंदजी पं.आनंदतिवारी अन्नूभैया जगद्गुरुकुलम् संस्कृत विद्यापीठ प्रधानाचार्य पद्मनाभर्ध द्विवेदी उप प्रधानाध्यापक शारदानंदद्विवेदी सोहन तिवारी माधव शर्मा रघुवीरप्रसाद तिवारी राजकुमार तिवारी दीपक शुक्ला अमित तिवारी पुरसोत्तम तिवारी आशीष तिवारी बद्रीचौकसे नारायण गुप्ता अरविंद पटैल अजय विश्वकर्मा सत्येंद्र मेहरा मनोज यादव कपिल नायक सहित श्रीमद भागवत पुराण में बड़ी संख्या में गुरुभक्तों व श्रद्धालु बंधुओ ने उपस्थित होकर सभी ने कथा का रसपान कर अपने मानव जीवन को धन्य बनाकर भागवत भगवान की कथा आरती के उपरांत महाभोग प्रसाद का वितरण किया गया चातुर्मास्य के अवसर पर पूज्य शङ्कराचार्य जी महाराज का गीता पर प्रवचन प्रात: 7.30 से 8.30 बजे तक भगवती राजराजेश्वरी मन्दिरजी में होता है।