हाई कोर्ट बार चुनाव, जो दूसरों के हक की लड़ाई लड़ते हैं, उनके पास मुद्दे ही नहीं

स्वतंत्र समय, इंदौर

यह कमाल की बात लग सकती है लेकिन 22 नवंबर को होने जा रहे हाई कोर्ट बार चुनाव में मुद्दे ही नहीं हैं। पहले यह चुनाव मुद्दों के साथ लड़े जाते थे, इसमें मौजूदा प्रत्याशी खुद को चुनने की बात तो प्रचार-प्रसार के दौरान कर रहे हैं लेकिन वे क्या मुद्दे आगे चलकर उठाएंगे, यह नहीं बता पा रहे हैं। वार्षिक चुनाव के लिए प्रत्याशियों का प्रचार जोरों पर है। 19 नवंबर मतदान से पहले का अंतिम रविवार होने से प्रत्याशी प्रचार में जुटे रहे। ज्यादातर प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ सदस्यों के घर और कार्यालय पहुंचकर व्यक्तिगत मुलाकात के लिए पहुंचे। वे अपने समर्थन में मतदान की गुहार लगाते हुए हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की व्यवस्था को और बेहतर करने का आश्वासन भी दे रहे हैं।

मोबाइल टेक्नोलॉजी व हथेली से प्रचार-प्रसार

हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में भी प्रचार-प्रसार के तौर-तरीकों में बदलाव आया है। वहीं इस चुनाव में पम्फ्लेट्स, पोस्टर, बैनर इत्यादि से दूर हैं। इस चुनाव में सिर्फ दो ही तरीकों से प्रचार होता है। पहला तो व्यक्तिगत संपर्क और दूसरा इंटरनेट मीडिया। रविवार का उपयोग प्रत्याशी व्यक्तिगत संपर्क के लिए कर रहे हैं तो उनके समर्थक इंटरनेट मीडिया पर जमकर प्रचार में जुटे हुए हैं।

हाईकोर्ट बार के मुद्दों से दूर चुनाव

बताया जाता है कि आज से कुछ साल पहले तक हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में पार्किंग, पीने के पानी की व्यवस्था, कैंटीन व्यवस्था प्रमुख मुद्दे हुआ करते थे, लेकिन इस बार चुनाव में मुद्दे गायब हैं। प्रत्याशी गुहार तो लगा रहे हैं कि उन्हें चुना जाए, लेकिन वे यह नहीं बता पा रहे हैं कि उन्हें चुना गया तो वे वर्तमान व्यवस्था में क्या सुधार करेंगे। दरअसल, हाईकोर्ट में पानी, पार्किंग, कैंटीन जैसे मुद्दों का समाधान पहले ही हो चुका है।

‘वन बार वन वोट’ सिद्धांत पर ही होंगे चुनाव

इस बार हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव वन बार वन वोट सिद्धांत पर ही होंगे। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन में सदस्यों की संख्या भले ही चार हजार के आसपास है, लेकिन मतदान सिर्फ 1805 सदस्य ही कर सकेंगे।

निष्पक्ष चुनाव के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाएंगे

मुख्य निर्वाचन अधिकारी और पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता मनोज द्विवेदी के अनुसार निष्पक्ष मतदान और मतगणना के दौरान पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। 22 नवंबर को सुबह 11 बजे मतदान शुरू हो जाएगा जो शाम 5 बजे तक चलेगा।

इंदौर अभिभाषक संघ में भी सुगबुगाहट

दूसरी ओर इंदौर अभिभाषक संघ के वार्षिक चुनाव की सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है। वर्तमान कार्यकारिणी के कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपते हुए तुरंत चुनाव कराने की मांग कर दी है। उन्होंने चुनाव कराने को लेकर अध्यक्ष को पत्र भी लिखा है।