बालाघाट में CM मोहन यादव के सामने 10 हार्डकोर नक्सलियों का आत्मसमर्पण, कान्हा भोरम दलम को लगा बड़ा झटका

बालाघाट: मध्य प्रदेश में नक्सलवाद के सफाये की दिशा में सरकार और सुरक्षाबलों को एक ऐतिहासिक सफलता मिली है। राज्य के नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट में सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष 10 हार्डकोर नक्सलियों ने हथियार डालकर आत्मसमर्पण कर दिया। इस महत्वपूर्ण घटना के दौरान प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) श्री कैलाश मकवाना भी उपस्थित रहे। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली प्रतिबंधित संगठन कान्हा भोरम दलम (केबी डिवीजन) के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं।

यह आत्मसमर्पण राज्य के इतिहास में नक्सल विरोधी अभियान की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों का मुख्यधारा में लौटना, इस क्षेत्र में सक्रिय नक्सली नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका ہے। अधिकारियों के अनुसार, यह सरकार की आत्मसमर्पण नीति और सुरक्षाबलों के लगातार बढ़ते दबाव کا नतीजा है।

कान्हा भोरम दलम को बड़ा झटका

आत्मसमर्पण करने वाले सभी 10 नक्सली कान्हा भोरम दलम का हिस्सा थे। यह संगठन मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर सक्रिय है और बालाघाट, मंडला, डिंडोरी जैसे जिलों में多年 से हिंसक गतिविधियों को अंजाम देता रहा है। यह दलम अपहरण, हत्या, वसूली और विकास कार्यों में बाधा डालने जैसी कई वारदातों में शामिल रहा है।

खुफिया सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे निरंतर अभियानों और क्षेत्र में बढ़ते विकास कार्यों के कारण नक्सली संगठनों पर भारी दबाव है। इस सामूहिक आत्मसमर्पण से कान्हा भोरम दलम की कमर टूट गई है और बाकी बचे कैडरों का मनोबल भी कमजोर पड़ने की संभावना है।

सरकार की आत्मसमर्पण नीति का असर

मध्य प्रदेश सरकार की ‘नक्सली उन्मूलन, विकास और विश्वास’ की रणनीति इस सफलता के पीछे एक प्रमुख कारक है। सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत, हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में लौटने का अवसर दिया जाता है।

इस नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वालों को न केवल वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, बल्कि उन्हें स्वरोजगार और सुरक्षित जीवनयापन کے लिए भी मदद दी जाती ہے। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मौके पर कहा कि सरकार का संदेश साफ है – जो हथियार उठाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन जो शांति के रास्ते पर लौटना चाहता ਹੈ, उसका स्वागत ਹੈ।

मुख्यमंत्री ਨੇ ਕੀਤਾ मुख्यधारा में स्वागत

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ਨੇ आत्मसमर्पण کرنے वाले सभी पूर्व नक्सलियों का समाज की मुख्यधारा में स्वागत किया। उन्होंने आश्वासन दिया کہ सरकार उनके पुनर्वास के लिए हर संभव मदद करेगी।

सीएम यादव ਨੇ کہا, “यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को terror और नक्सलवाद سے मुक्त करने के संकल्प का हिस्सा है। मध्य प्रदेश पुलिस ने एक सराहनीय काम किया है। मैं मुख्यधारा में लौटने वाले इन सभी युवाओं को शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे राज्य के विकास में योगदान देंगे।”

पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने बताया कि यह आत्मसमर्पण पुलिस के अथक प्रयासों और सटीक खुफिया जानकारी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि इससे अन्य भटके हुए युवाओं کو بھی हिंसा का रास्ता छोड़ने کی प्रेरणा ملے گی۔