100 days में दो पुल तैयार करने का दावा

स्वतंत्र समय, इंदौर

ट्रैफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दोनों पुलियाओं को 100 दिनों ( 100 days ) के भीतर तैयार करने के लिए ठेकेदार कम्पनी को कहा है। एक तरफ शहर के अलग अलग हिस्सों में जहां करोड़ों की लागत से बड़े बड़े फ्लाय ओव्हर ब्रिज, डबल डेकर ब्रिज, रेलवे ओव्हर ब्रिज बनाए जा रहे है वह शहर के भीतर छोटी-छोटी पुलियाओं को पुल के रुप में विकसित किया जा रहा है। इस समय शहर में दो स्थानों मालवा मिल से पाटनीपुरा तथा कुमेड़ी क्षेत्र की पुलियाओं को पुल के रुप में तैयार किया जा रहा है।

100 days में 100 फीट चौड़ा पुल होगा तैयार

बीच शहर में होने की वजह से महापौर ने टै्रफिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दोनों पुलियाओं को 100 दिनों ( 100 days ) के भीतर तैयार करने के लिए ठेकेदार कम्पनी को कहा है। महापौर का कहना है कि निर्माणाधीन स्थलों पर टाइमर नहीं रहेगा, लेकिन निगम के अधिकारी प्रतिदिन दोनों जगह मॉनिटरिंग करके साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार करेंगे। 100 साल पुराने मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच 6 करोड़ रुपए की लागत से 100 फीट चौड़ा पुल तैयार किया जा रहा है। जबकि कुमेड़ी क्षेत्र में निर्माणाधीन पुलिया के कार्य की लागत 1 करोड़ 24 लाख रुपए है। पुलिया की लंबाई 60 मीटर और चौड़ाई 7 मीटर है। दोनों स्थानों पर तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है।

100 साल पुराना मालवा मिल पुल जल्द होगा तैयार

मालवा मिल से पाटनीपुरा के बीच का पुराना पुल, जो लगभग 100 साल पुराना था, को तोडक़र नया पुल बनाया जा रहा है. इस नए पुल का निर्माण 6 करोड़ रुपये की लागत से होगा, और यह 100 फीट चौड़ा होगा, जबकि पुराना पुल 40 फीट चौड़ा था. पुल निर्माण के दौरान, मालवा मिल से पाटनीपुरा रूट को लगभग 4 महीने तक बंद रखा जाएगा, और ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। मालवा मिल ब्रिज टूटने के कारण हर दिन दो लाख वाहन चालक प्रभावित हो रहे है, जिन्हें तीन से पांच किलोमीटर तक चक्कर काटकर राजवाड़ा की ओर जाना पड़ रहा है। भंडारी ब्रिज टू लेन होने के कारण ब्रिज पर वहां जाम लग रहा है। बता दें कि नगर निगम ने 30 मार्च को मालवा मिल पर यातायात बंद कर दिया था। अब तक 20 दिन बीत चुके हैं. जिसमें ब्रिज का बेस तैयार किया जा रहा है। इसके लिए लोहे का जाल बांधा जा रहा है।

महापौर ने निर्धारित की पुल बनाने की समय सीमा

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने मालवा मिल-पाटनीपुरा ब्रिज का निर्माण 100 दिन में पूरा करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि ब्रिज पर टाइमर लगाने की जरूरत नहीं है। प्रतिदिन निगम अधिकारी निर्माण कार्य पर नजर बनाए हुए हैं। निर्माण पूरा करने के लिए नगर निगम के पास अब 80 दिन का समय बचा हुआ है। इस दौरान यहां बड़ा अतिक्रमण भी हटाया जाना है।

लगातार मॉनिटरिंग के साथ जवाहरमार्ग पुल 110 दिन में हो गया था तैयार

वहीं, नगर निगम ने साल 2018 में 110 दिन में जवाहर मार्ग ब्रिज का निर्माण कर रिकॉर्ड बनाया था। इससे पहले जवाहर मार्ग ब्रिज का निर्माण टाइमर लगाकर आशीष सिंह के निगमायुक्त रहते 115 दिन में पूरा किया गया था। दोनों ही ब्रिज का साइज लगभग एक जैसी है। महापौर ने बताया की शहर के यातायात की दृष्टि से मालवा मिल ब्रिज महत्वपूर्ण है। इस ब्रिज पर 100 दिन में ट्रैफिक शुरू कर दिया जाएगा। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। अधिकारियों को इस पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। काम में देरी नहीं होना चाहिए।

कुमेड़ी पुलिया – किसी भी सूरत में पुल बनाने का काम समय सीमा में पूरा हो

निगम ने कुमेड़ी क्षेत्र में पुलिया के निर्माण में तेजी दिखाना शुरु कर दी है। निर्माण कार्य की वस्तु स्थिति जानने के लिए प्रभारी महापौर तथा निगम जनकार्य विभाग के प्रभारी राजेन्द्र राठौर ने विभागीय अफसरों को साथ लेकर दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने किए गए काम की गुणवत्ता को जांचा। प्रभारी महापौर ने मौके पर पहुंचकर ठेकेदार कम्पनी को पुल को 100 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने किसी भी सूरत में पुलिया का काम समय सीमा करने का कहा ताकि लोगों को आवगमन की सुविधा मिल सके।

पुलिया की लम्बाई बढ़ाई गई..

शहर में पुल-पुलियाओं का निर्माण नगर निगम कर रहा है। इसके चलते कुमेड़ी क्षेत्र में एक नमकीन के कारखाने के सामने नाले पर पुलिया का निर्माण किया जा रहा है। पुलिया के कार्य की लागत 1 करोड़ 24 लाख रुपए है। पुलिया की लंबाई 60 मीटर और चौड़ाई 7 मीटर है। पुलिया के चल रहे कार्य का निरीक्षण कल जनकार्य विभाग के प्रभारी राजेंद्र राठौर ने किया। उनके साथ पुल-पुलिया प्रकोष्ठ के अफसर भी साथ थे। निरीक्षण के दौरान प्रभारी राठौर ने पुलिया के कार्य की गुणवत्ता जांचने के साथ काम की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही पुलिया का निर्माण आगामी 30 जून अफसरों से कहा।