भीषण गर्मी में लू से 110 दिन में 114 लोगों की मौत, तापघात के करीब 41 हजार मामले सामने आए

20 जून शुक्रवार को देश के एक बड़े हिस्से में भीषण गर्मी के कारण से इस साल 1 मार्च से लेकर 18 जून तक 114 लोगों की मौत हुई है और 40,984 लोगों को संदिग्ध तापघात का सामना करना पड़ा।

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर गर्मी से संबंधित बीमारी और मृत्यु निगरानी के तहत जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, गर्मी से उत्तर प्रदेश सर्वाधिक प्रभावित है जहां लू और तापघात से करीब 37 लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद बिहार, राजस्थान और ओडिशा में लोगों की जान गई है।

इस संबंध में एक अधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘उपलब्ध आंकड़े राज्यों ने दिए है यह अंतिम आंकडे़ नहीं हैं। इसलिए यह संख्या बढ़ भी सकती है।’

स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने बुधवार को निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों में ‘विशेष लू इकाई’ शुरू की जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि अस्पताल गर्मी से प्रभावित लोगों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवा दें। उन्होंने लू और तापघात से निपटने के लिए अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा की।

आंकड़ों के अनुसार, 19 जून को तापघात से चार लोगों की मौत हो गई है।

उत्तर और पूर्वी भारत के अधिकतर हिस्से लंबे समय से भीषण लू की चपेट में हैं, जिससे तापघात से होने वाली मौतों में बढ़ोतरी हुई है और केंद्र को ऐसे मरीजों की देखभाल के लिए अस्पतालों में विशेष इकाइयां स्थापित करने का परामर्श जारी करना पड़ा है।