शाहरुख बाबा/हरदा – जिले में भ्रष्टाचार होना कोई नई बात नहीं हे और ना ही ये रूखने वाला हे परन्तु कार्य होते होते ही नष्ट होने लगे तो समझ लो वो कार्य विकास और जन सुविधा के लिए नहीं किया जा रहा हे वो तो सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए हो रहा हे और ऐसे बहुत से कार्य भ्रष्टाचार करने के लिए होते आ रहे हे,और होंगे भी, बस हमे समय पर याद रखना होगा, तभी हम भ्रष्टाचार मुक्त हो पाएंगे। छोटी छिपानेर से नव निर्मित मां नर्मदा ब्रिज को जोड़ने वाला एप्रोज मार्ग जिसकी लंबाई मात्र 3 किलोमीटर हे।
जिसकी लागत ₹6 करोड़ 46 लाख 27 हजार रुपए हे। स्वयं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी चौहान ने दिसंबर 2022 में हरदा कलेक्टर श्री ऋषि गर्ग जी को जल्द कार्य पूर्ण होने के निर्देश भी दिए थे।लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गई साढ़े 6 करोड़ की रोड 1माह में पांच जगह से धस गया है । साइड सोल्डर भी मिट्टी से बना दिए गए हे वर्तमान में भारी वाहनों का आना जाना शुरू नहीं किया जा रहा हे तब ये हाल हे सड़क पर लगे बोर्ड पर भी अधूरी जानकारी अंकित कर भ्रम की स्तिथि निर्मित कर दी हे इससे साफ जाहिर होता है कि मिलीभगत कर भ्रष्टाचार किया गया है। कार्य अनुबंध वर्ष 19_20 अंकित हे , कार्य पूर्ण समय अवधि 10 माह अंकित हे परन्तु कार्य पूर्ण दिनाक और वर्ष अंकित नहीं हे,जबकि एप्रोच मार्ग जनवरी 2023 में ही शुरू किया गया है।
जबकि मार्ग का अनुबंध वर्ष 2019 _20 में हुआ था क्योंकि मात्र 3 किलोमीटर मार्ग 3 साल में भी बनकर तैयार नहीं हो पाया था कुछ समय बाद इसी मार्ग को तीन वर्ष मानकर मरम्मत कर दो वर्ष बाद फिर से नई निविदाएं निकल कर कार्य को किया जावेगा क्षेत्र के विधायक और मध्यप्रदेश शासन की कृषि मंत्री जी से हमारा निवेदन है कि उक्त एप्रोच मार्ग की जांच कराकर संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारियों पर एफ आई आर दर्ज की जाए अगर उन पर जांच कर कार्रवाई होती है तो ऐसा माना जाएगा कि निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है अन्यथा यह माना लिया जवेगा कि आप की देखरेख में यह कार्य किया गया हे